पन्ना। जिले में दूध विक्रेताओं के हड़ताल पर जाने के बाद मनमाने तरीके से बढ़ाई गई दूध की कीमतों और उसकी गुणवत्ता को लेकर जिला प्रशासन ने ध्यान नहीं दिया. जिसके बाद आम जनता की समस्या और जनहित से जुड़े इस मामले को वकील राजीव दीक्षित ने लोक अदालत के समक्ष प्रस्तुत किया. इस मामले में न्यायाधीश अनुराग द्विवेदी की अदालत में 25 जनवरी को सुनवाई होगी.
शुद्ध के लिए युद्ध पन्ना में फ्लॉप, दूध की बढ़ी कीमत का मामला पहुंचा अदालत - Milk vendors strike
पन्ना में दूध की बढ़ी कीमतों पर प्रशासन की चुप्पी के चलते वकील राजीव दीक्षित ने लोक अदालत में इस मामले को पेश किया है. जिसकी सुनवाई 25 जनवरी को होगी.
नगर के दूध विक्रेताओं ने हड़ताल कर मनमाने तरीके से दूध की कीमतें 40 से बढ़ाकर 55 रुपये प्रति लीटर कर दी थी. एकदम से दूध की कीमतें बढ़ाए जाने को लेकर सबसे अधिक असर गरीब तबके के लोगों पर पड़ रहा है.
वकील राजीव दीक्षित ने बताया कि आम जनता से जुड़ी जन समस्या को लेकर जिला प्रशासन की संवेदनहीनता को लेकर उन्होंने मामले की लोकोपयोगी अदालत में रखा है. उनका आरोप है कि जनता को शुद्ध और सस्ता दूध मिले, इसके लिए जिला प्रशासन तनिक भी गंभीर नहीं दिखाई दे रहा है.