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चुनावों से पहले बीजेपी में हलचल, निवाड़ी जिलाध्यक्ष पद लिए भोपाल तक दौड़ लगा रहे नेता - निवाड़ी भाजपा राजनीति

आगामी कुछ समय में निवाड़ी में बीजेपी नए जिला अध्यक्ष की घोषणा कर सकती है जिसको लेकर तमाम दावेदार जिले से लेकर भोपाल तक अपना दमखम दिखाने में जुटे हैं. जानें कैसी चल रही निवाड़ी में बीजेपी की अंदरूनी सियासत. BJP new district president in Niwari

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निवाड़ी भाजपा राजनीति

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Published : Apr 18, 2023, 5:10 PM IST

निवाड़ी। पिछले दिनों मध्य प्रदेश के कुछ जिलों में प्रदेश संगठन के आलाकमान नेताओं के द्वारा किए गए जिला अध्यक्षों के फ़ेरबदल के बाद निवाड़ी जिले में भाजपा जिला अध्यक्ष के दावेदार फिर एक बार सक्रिय होकर प्रदेश मुख्यालय की दौड़ लगा रहे हैं. भाजपा के प्रदेश संगठन के द्वारा प्रदेश में कुछ जिलों के जिला अध्यक्ष के कार्यकाल समाप्त होने के बाद नए जिला अध्यक्षों की सूची जारी की गई है, सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार निवाड़ी जिले के वर्तमान जिला अध्यक्ष अखिलेश अयाची का कार्यकाल भी लगभग समाप्ति की ओर है. इसके बाद संगठन के द्वारा नए जिला अध्यक्ष की घोषणा की जाएगी.

कोई सत्ता तो कोई संगठन का करीबी: वैसे तो कई कार्यकर्ता भाजपा के जिला अध्यक्ष बनने के लिए अपने अपने चहेते नेताओं के चक्कर लगा रहे हैं, लेकिन सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार सुमित मिश्रा ओरछा, पवन दुबे एवं रोहिन राय भाजपा के जिलाध्यक्ष के प्रमुख दावेदार माने जा रहे हैं. सूत्रों की माने तो सुमित मिश्रा भाजपा के प्रवक्ता होने के कारण वरिष्ठ नेताओं से संपर्क में बने रहते हैं जिस कारण भाजपा जिला अध्यक्ष की दौड़ में उनका नाम प्रमुख रूप से सामने आ रहा है.

रोहन राय वर्तमान में निवाड़ी जिला उपाध्यक्ष होने के साथ ही विद्यार्थी परिषद के राष्ट्रीय मंत्री भी रहे हैं और वर्तमान प्रदेश अध्यक्ष डॉ. वीडी शर्मा के बेहद करीबी बताए जाते हैं. पवन दुबे भी जिला उपाध्यक्ष होने के साथ ही नगर परिषद ओरछा में निवाड़ी विधायक के प्रतिनिधि के रूप में नियुक्त हैं एवं अरविंद्र चौबे भाजपा जिला उपाध्यक्ष के साथ निवाड़ी विधायक के बेहद करीबी माने जाते हैं. कोई सत्ता तो कोई संगठन के करीबी होने के कारण इन लोगों के नाम भाजपा के निवाड़ी जिला अध्यक्ष के लिए प्रमुख माने जा रहे हैं.

निवाड़ी जिलाध्यक्ष पद दौड़ लगा रहे नेता

संगठन के पिछले कुछ वर्षों के कार्यकाल को देखें तो सभी लोग जानते हैं कि सत्ता और संगठन में वर्षों तक अनबन बनी रही. सूत्र बताते हैं कि राजनीतिक विशेषज्ञों की बात मानें तो इस बार निवाड़ी विधायक के किसी करीबी का चयन जिला अध्यक्ष के लिए किया जाएगा. भाजपा के वर्तमान जिला अध्यक्ष अखिलेश अयाची ने जिस तरह से निवाड़ी जिले में भाजपा की कमान संभाल कर जिले में भाजपा के लिए कार्य किया है.

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नए जिलाध्यक्ष की घोषणा: संगठन खूबियां देखकर नए जिलाध्यक्ष की घोषणा करेगा. इसके अलावा अब से लेकर पिछले कुछ सालों का आकलन किया जाए तो भाजपा में जिले में संगठन और सत्ता के नेताओं में अनबन बनी रही, ऐसे में शायद इस बार सत्ता और प्रदेश संगठन मिलकर निवाड़ी जिले के नए जिलाध्यक्ष की घोषणा करेगा. भाजपा के नए जिलाध्यक्ष का नाम विधायक खेमे से निकल कर सामने आ सकता है. भाजपा जिलाध्यक्ष के दो प्रमुख दावेदार निवाड़ी विधानसभा क्षेत्र से लेकर भोपाल में विधायक निवास तक पहुंचकर अपना-अपना वर्चस्व बनाए रखने का प्रयास कर रहे हैं. आए दिन इन लोगों को भोपाल में जनप्रतिनिधियों के निवास पर भी देखा जा रहा है, ऐसे में दोनों दावेदारों के समर्थक बड़ी खुश नजर आ रहे हैं.

दावेदारों की दमदारी: दूसरी ओर अन्य दावेदार भी संगठन से बराबर संपर्क बनाए हुए हैं. ऐसे में अगर सत्ता और संगठन के विरोधाभास में नए जिलाध्यक्ष की नियुक्ति होती है तो सत्ता संगठन के खिंचाव के कारण भाजपा को विधानसभा चुनाव में नुकसान भी हो सकता है. राजनैतिक समीक्षकों के अनुसार इस बार सत्ता दल के नेताओं के अनुसार ही जिले के नवीन जिलाध्यक्ष की घोषणा होगी, क्योंकि इस वर्ष प्रदेश में विधानसभा चुनाव होने को है और भारतीय जनता पार्टी सभी विधानसभा सीटों पर काबिज होना चाहती है. ऐसे में अगर फिर से सत्ता और संगठन में खिंचाव बना रहा तो विधानसभा का चुनाव निवाड़ी जिले में भाजपा के लिए मुंगेरीलाल के सपने जैसा साबित होगा.

सूत्रों के अनुसार जिले के भाजपा के वरिष्ठ नेताओं की बात मानें तो भाजपा जिलाध्यक्ष के प्रमुख दावेदारों में शामिल सुमित मिश्रा, रोहिन राय पवन दुबे एवं अरविंद्र चौबे अपने अपने स्तर पर जिलाध्यक्ष बनने की चाहत में भरकस प्रयास कर तो रहे हैं लेकिन प्रदेश स्तर पर संपर्क करने के साथ ही इन लोगों को स्थानीय स्तर पर भी सत्ता के नेताओं के साथ संपर्क बनाना होगा क्योंकि जिला अध्यक्ष के नए नाम की घोषणा शायद सत्ता और संगठन की सहमति के बाद ही होगी.

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