निवाड़ी। कलेक्टर आशीष भार्गव ने केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय झांसी के कृषि वैज्ञानिकों की एक टीम के साथ निवाड़ी जिले के लाडपुरा, राधापुर, पूछीकरगवा, बाघाट, बीजोर आदि गांव का दौरा किया, इन गांव में जिला प्रशासन और कृषि वैज्ञानिकों की टीम ने पहुंचकर खरीफ की फसलों का जायजा लिया और यह पाया कि अधिकांश किसान, जिन्होंने मूंगफली लगाई है, वह लगातार तीन वर्षों की तरह आज भी ठीक महसूस कर रहे हैं. लेकिन उड़द की फसल लगातार उन्हें धोखा दे रही है, कभी पीला मोजेक तो कभी कीड़े-मकोड़े कभी घास-पूस तो कभी अतिवृष्टि के कारण फसल अच्छी नहीं हो रही है.
केंद्रीय कृषि विश्वविद्यालय के कृषि वैज्ञानिकों की टीम में शामिल एग्रोनॉमिस्ट डॉक्टर योगेश्वर सिंह ने बताया कि किसान भाई उड़द की जगह खरीफ में कोई ना कोई वैकल्पिक फसल लेने का प्रयास करें. वैज्ञानिकों की टीम में डॉ. प्रशांत जंभुलकर और डॉ. विजय मिश्रा भी शामिल रहे.