नीमच।जिले में इन दिनों कोरोना से मौत के आंकड़े और पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ के खिलाफ केस दर्ज होने को लेकर बीजेपी-कांग्रेस में खूब राजनीति चल रही है. कांग्रेस शिवराज सिंह चौहान पर कोरोना के हुई मौतों का आंकड़ा छिपाने का आरोप लगाकर विरोध प्रदर्शन कर रही है और दोनों पार्टियों के नेता एक दूसरे के खिलाफ खूब बयानबाजी कर रहे है. इसी बीच नीमच के कोरोना प्रभारी मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा ने एक प्रेस वार्ता की. जिसमें नीमच जिले के मनासा क्षेत्र के विधायक मारू बौखला गए और उन्होंने कलेक्टर की प्रेस वार्ता पर ही कार्रवाई करने की बात कह डाली.
- यह है पूरा मामला
दरअसल, कोविड प्रभारी मंत्री ओमप्रकाश सकलेचा प्रेसवार्ता कर रहे थे. इस दौरान उन्होंने अपनी बात पूरी करने के बाद पत्रकारों से प्रश्न पूछने को कहा और पत्रकारों ने सकलेचा से सवाल किया कि प्रशासन ने कोरोना संक्रमण के मद्देनजर पूरे जिले मेंं धारा 144 लगा रखी है और कोरोना कर्फ्यू लागू है, लेकिन सोमवार को राजनीतिक दल ने प्रशासन के आदेश को दरकिनार कर पुतले जलाए और प्रदर्शन किए, जबकि कोई सब्जी या फल विक्रेता दुकान लगाते हुए पकड़ा जाता है तो उस पर धारा 188 में मुकदमा कायम हो जाता है, यह दोहरी नीति क्यों.?