नीमच। कोरोना वायरस की दूसरी लहर के बाद अब तीसरी लहर की आशंका है. इसके बाद भी प्रशासन दूसरी लहर में जिन संसाधन के लिए सबसे ज्यादा परेशान रहा,उसके लिए आज भी इंतजार ही चल रहा है. एक समय पर ऑक्सीजन की मारामारी के बाद भी जिले में अब तक ऑक्सीजन प्लांट नहीं बन सका है. वहीं मनासा में सरकारी ठेके के बाद शुरू हुआ ऑक्सीजन प्लांट बनकर तैयार होकर शुरू भी हो गया.
तीसरी लहर को संभालने के नहीं इंतजाम
कोरोना की दूसरी लहर में जिन संसाधनों के लिए परेशान होना पड़ा, उन संसाधनों को जुटाने में अब तक प्रशासन नाकाम होता दिख रहा है. यहां कोरोना की दूसरी लहर में 2 ऑक्सीजन प्लांट और एक स्कैन मशीन लगाई जानी थी. अप्रैल से शुरू हुए यह प्रयास जून शुरू होने के बाद तक अधूरे ही हैं. जिला अस्पताल में अब तक एक ऑक्सीजन प्लांट का कार्य भी पूरा नहीं हो सका है. सरकार के निर्देश पर राज्य सरकार ने प्लांट लगाने के लिए शेड तो तैयार कर दिया है, मगर अब तक ऑक्सीजन प्लांट के लिए मशीन नहीं मिलने से ऑक्सीजन प्लांट का कार्य अधूरा ही है.
अभी तक नहीं लगी स्कैन मशीन
इसके अलावा राज्य सरकार ने जिला स्तर पर एक स्कैन मशीन लगाने के लिए भी निर्देश दिए थे. 1 माह से अधिक समय हो चुका है, मगर अब तक अस्पताल में सीटी स्कैन मशीन भी नहीं लग सकी है. जबकि मशीन के लिए जगह तय कर दी गई है. यह निर्णय राज्य सरकार ने 7 मई को आदेश जारी कर दिए थे, जिसको भी करीब 1 माह का समय हो गया है. मगर सीटी स्कैन मशीन का अब तक कोई अता पता नहीं है. यदि ऐसे में कोरोना की दूसरी लहर के बाद तीसरी लार अचानक भयानक रूप लेकर सामने आ जाए, तो नीमच जिले में इन सब संसाधनों के अभाव में एक बार फिर कोरोना से हालात बिगड़ सकते हैं. ऐसे में प्रशासन को और जनप्रतिनिधियों को भी अधूरे पड़े कार्यों को समय रहते पूरा करा लेना चाहिए.