नीमच। लॉकडाउन के बीच हर कोई अपने घरों में बैठा हुआ है. ताकि इस संक्रमण से बच सके. वहीं इस बीच लगातार स्वास्थ्य कर्मचारी, पुलिस प्रशासन और अन्य लोग आगे आकर लोगों की जान बचाने का काम कर रहे हैं, 24 घंटे ड्यूटी कर रहे हैं. उसी तर्ज पर मनासा और जवासा की बेटियां कोरोना महामारी के खिलाफ लड़ाई में कोरोना योद्धा के रुप में इंदौर के अस्पताल में मरीजों को सेवा दे रही हैं.
नीमच : कोरोना वॉरियर्स बनकर इंदौर के अस्पताल में सेवाएं दे रहीं ये दो बेटियां
मनासा और निवासा की दो बेटियां कोरोना वॉरियर्स बनकर इंदौर के चोइतराम हॉस्पिटल में अपनी सेवा दे रही हैं. और कोरोना मरीजों की सेवा कर रही हैं. दोनों जब से लॉकडाउन लगा है तब से अपने घर नहीं गई हैं.
मनासा निवासी सत्यनारायण राठौर की बेटी और जवासा की बेटी टीना मेघवाल जीएनएम स्टाफ नर्स किरण बाला कोविड 19 के लिए इमरजेंसी ड्यूटी इंदौर के चोइतराम हॉस्पिटल में लगी हुई हैं. यह दोनों लड़कियां पिछले 45 दिनों से लॉकडाउन के दौरान अस्पताल में कोरोना मरीजों को सेवाएं दे रही हैं अपनी जान की परवाह छोड़कर वह दूसरों को ठीक करने में लगी हुई हैं.
किरण के पिता सत्यनारायण ने बताया कि बेटी के बीएससी नर्सिंग के पश्चात नीमच में प्रशिक्षण लिया था. तभी बेटी को इमरजेंसी स्वास्थ्य सेवा देने का मौका मिला. मनासा वासियों को इन बेटियों पर गर्व है. जो इस विषम परिस्थिति में भी लगातार सेवा कर रही हैं, उनके पिता ने बताया कि जब से लॉकडाउन लगा है वह घर वापस नहीं आई हैं. सोशल मीडिया के माध्यम से अपने परिवार के लोगों से बात कर रही हैं.