नीमच। मॉडल एक्ट का देश भर में विरोध हो रहा है. इसकी वजह से कृषि मंडियों में हड़ताल का दौर लगातार जारी है. जिले में एक बार फिर मंडी कर्मचारियों के साथ हम्माल, तुलावटी, पल्लेदार और टेम्पो चालकों ने हड़ताल शुरू कर दी है. हड़ताल के चलते प्रदेश भर की मंडियों में करोड़ों रुपये के नुकसान की आशंका का अनुमान लगाया जा रहा है.
मॉडल एक्ट के विरोध में हड़ताल पर बैठे मंडी कर्मचारी, कानून वापस लेने की मांग - मंडी कर्मचारी हड़ताल पर
मॉडल एक्ट के विरोध में नीमच में भी मंडी कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हैं. कर्मचारियों के साथ हम्माल, तुलावटी और टेम्पो चालकों ने भी प्रदर्शन शुरू कर दिया है. पढ़िए पूरी खबर..
मंडी में हड़ताल पर बैठे कर्मचारी मौन धारण कर अपना विरोध जता रहे हैं. हड़ताल का आज यानी गुरुवार को सातवां दिन है. मंडी उपनिरीक्षक दिनेश कुमार जैन ने बताया कि मंडी में हड़ताल के चलते प्रदेश की मंडियों में बड़ा नुकसान सरकार को वहन करना पड़ रहा है. जिले की मंडी में भी 6 दिनों में लगभग 60 से 70 लाख रुपये के राजस्व का नुकसान हुआ है. उन्होंने कहा कि मॉडल एक्ट के चलते मंडी कर्मचारियों का भविष्य सुरक्षित नहीं है. इसलिए इसे वापस लिया जाए.
कर्मचारियों का कहना है कि मंडी निजीकरण के विरोध में प्रदर्शन किया जा रहा है. मांगें पूरी नहीं होने पर हड़ताल जारी रहेगी