नीमच।बीते तीन दिनों से राजस्थान से लगातार टिड्डी दल मध्यप्रदेश में प्रवेश कर रहा है. बुधवार को भी दो दिशाओं से 2 टिड्डी दलों ने जिले में प्रवेश किया. जिन्हें ढोल और थाली बजाकर जिले की सीमा से बाहर खदेड़ा गया. हालांकि, शाम तक तीसरे दल ने नीमच में डेरा जमा लिया है. तीसरे दल को खदेड़ने के लिए प्रशासन ने कवायद शुरू कर दी है.
राजस्थान से मध्यप्रदेश में टिड्डी दल कर रहा प्रवेश, ढोल और थाली बजाकर प्रशासन ने खदेड़ा - Beat up locusts by drumming
नीमच जिले में राजस्थान की सीमा से टिड्डी दलों ने प्रवेश करना शुरू कर दिया है. बुधवार को जिला प्रशासन की मदद से दो दलों को जिले की सीमा से बाहर किया. हालांकि शाम होते होते तीसरा टिड्डी दल जिले में प्रवेश कर चुका था.
बुधवार दोपहर राजस्थान से नीमच में टिड्डी दल घुस गया. जिसके बाद हरियाली देखकर शहर के गांधी वाटिका गार्डन में मंडराता रहा. हजारों की संख्या में आसमान में घण्टों तक टिड्डी दल मंडराता रहा. अधिकारियों ने बताया कि टिड्डी दल हवा के रूख के साथ आगे बढ़ रहा है. जिसकी रफ़्तार 15 किमी प्रति घंटा है. वहीं दूसरी ओर लॉक डाउन के बीच लगातार टिड्डी दल के आने से किसानों की चिंता बढ़ गई है.
शहर के बघाना, धनेरियकला और दशहरा मैदान क्षेत्र में टिड्डी दल को देखकर कुछ लोग सहम गए थे. लोगों का कहना था कि अक्सर बारिश के दिनों में हाईमास्ट और स्ट्रीट लाइट के आसपास टिड्डे और बरसाती जीव-जंतु मंडराते हैं, लेकिन पहली बार लोगों ने घरों के बाहर और छतों पर हजारों की संख्या में टिड्डी मंडराते देखा. चिलचिलाती धूप में आसमान में मंडरा रहे टिड्डों जमीन पर अलग ही प्रतिबिम्ब दिखाई पड़ रहा था.