नीमच। केन्द्र सरकार ने 2 सितम्बर को भारत में 118 चाइनीज ऐप बंद किए थे. इन्हीं एप में चर्चित पबजी गेम भी शामिल था. केन्द्र सरकार के इस फैसले नीमच का एक मुस्लिम परिवार बेहद खुश है. इस परिवार ने पिछले साल मई में 16 साल के बेटे फुरकान को खो दिया था. लेकिन अब इस गेम पर बैन लगने के कारण उसका परिवार खुश है कि अब कोई बच्चा ऐसे नहीं जाएगा.
पबजी बैन से खुश हैं ये परिवार केन्द्र सरकार ने पबजी को भारत में पूरी तरह बैन कर दिया है. युवक के पिता व उनके परिवार ने केंद्र सरकार का शुक्रिया अदा किया है. उन्होंने कहा है कि हमारे घर का इकलौता बेटा तो पबजी गेम की वजह से दुनिया छोड़कर चला गया, लेकिन इस तरह के गेम कोई भी युवा न खेले ताकि किसी भी परिवार को अपना एकलौता बेटा न खोना पड़े.
28 मई 2019 को नीमच में पबजी गेम खेलने की वजह से 16 वर्षीय फुरकान कुरैशी की मौत हो गई थी. फुरकान कक्षा 12वीं का छात्र था. फुरकान के घर वालों ने बताया कि वह अपने फोन से लगातार 3 घंटे से पबजी खेल रहा था. इसी दौरान वह अचानक बेहोश हो गया. इसके बाद परिवार के सदस्यों ने फुरकान को जिला चिकित्सालय पहुंचाया, जहां डॉक्टरों की तमाम कोशिशों के बाद उसकी मौत हो गई.
बीजेपी विधायक ने उठाई थी बैन करने की मांग
इस घटना के बाद बीजेपी विधायक यशपाल सिंह सिसौदिया पबजी बैन करने की मांग सरकार से की थी. उन्होंने विधानसभा में भी इसका मुद्दा उठाया था. विधायक ने कहा था कि पबजी गेम से बच्चों का आधुनिक हथियारों से परिचय हो रहा है. उनमें नकारात्मकता का भाव आ रहा है. इसके बाद तत्कालीन गृह मंत्री बाला बच्चन ने मामले पर जवाब देते हुए कहा था कि गेम को लेकर जानकारी मंगाई गई है. जल्द ही एमपी में गेम को बैन करने का निर्णय लिया जाएगा, लेकिन यह गेम बंद नहीं किया गया था.