नीमच। जिला मुख्यालय से करीब 65 किलोमीटर दूर हतुनिया पंचायत में आज भी बुनियादी सुविधाओं का टोटा है. सुविधाएं न मिलने से परेशान ग्रामीणों पंचायत सचिव की SDM और जिला अधिकारियों से लिखित में शिकायत की है. जिस पर अधिकारियों ने जल्द ही जांच करने का आश्वासन दिया है.
पंचायत सचिव पर भ्रष्टाचार के आरोप शिकायत में ग्रामीणों ने बिजली, पेयजल, सड़क, शिक्षा और स्वास्थ्य संबंधी मूलभूत परेशानियों के बारे में बताया. ग्रामीणों ने कहा कि आजादी के इतने साल बीत जानें के बाद भी गांव में शत-प्रतिशत विद्युतीकरण का काम पूरा नहीं हो सका है. गांव मे बिजली नहीं है, रात को स्ट्रीट लाइट नहीं जलती. वहीं मुख्य सड़क में घरों की नींव में नाली का पानी जा रहा है. जिससे कभी भी कोई भी बड़ा हादसा हो सकता है. यहां शिक्षित बेरोजगार हैं, वहीं गांव के 40 प्रतिशत लोग मजदूरी और कई दूसरे काम करते हैं.
ग्रामीणों ने कहा कि हथुनिया गांव की पक्की नाली योजना को मुंह चिढ़ा रही हैं. ज्यादातर घरों में जाने के लिए कच्ची सड़कें हैं. बारिश के दिनों में परेशानी और ज्यादा बढ़ जाती है. गांव आज भी आधुनिकता से कोसों दूर हैं. बिजली के पोल गलियों में हैं लेकिन वहां लाइट नहीं है.
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ग्रामीणों का आरोप है कि सचिव विकास काम में भ्रष्टाचार कर रहा है. गांव में पोखर, पौधरोपण, सड़क निर्माण आदि की दिशा में कोई बेहतर काम नहीं किए जा रहे हैं. ग्रामीणों ने बताया कि मनरेगा के तहत गांव में एक तालाब बनाया गया था, लेकिन उस तालाब में अब जानवरों के पीने तक के लिए पानी नहीं है. ग्रामीणों ने बताया कि सांसद ने शौचालय के लिए 80 हजार रुपए निकाल लिए लेकिन शौचालय नहीं बना. गांव की सरपंच एक महिला है, जो की भोली भाली हैं. उनका पति भी सीधा है. अब तक दो सचिव इस कार्यकाल में आए हैं और दोनों ही नेहला पर देहला निकले.