नीमच । जिले में काफी समय से सोयाबीन तेल में पाम तेल की मिलावट की शिकायत मिल रही थी. खाद्य सुरक्षा प्रशासन, मध्यप्रदेश कार्यालय से प्राप्त शिकायत के आधार पर जिला कलेक्टर, ADM और SDM के निर्देशानुसार तहसीलदार अजय हिंगे, नायब तहसीलदार प्रशस्ति सिंह,राजस्व विभाग पटवारी, पुलिसबल के साथ 15 सदस्य दल ने स्कीम नं. 9 स्थित सरला ऑयल्स की रैपिंग यूनिट पर छापा मारा.
सरला ऑयल्स पर खाद्य विभाग का छापा फर्म पर की गई कार्रवाई में पाया गया कि एक ही पते पर दो फर्म सरला ऑयल्स और गोयल सेल्स कॅारपोरेशन संचालित हो रही थी. फर्म ने सोयाबीन और पाम ऑयल की पैकिंग कर विक्रय करने का लाइसेंस लिया है. इस फर्स की प्रमुख ब्रांड ईशान गोल्ड, पराग गोल्ड, एक्टिव फ्रेश आदि है जिसे 500ml,800gm, 2Lt,15Kg,15 Lt आदि में पैक कर बेचा जाता है.
जांच में फर्म पर 5 टैंक पाए गए,जिसमें 3 पाम और 2 सोयाबीन ऑयल के थे. सभी टैंक के पाइप और वाल्व के द्वारा आपस में जुड़े हुए थे. जिससे जिस मात्रा में सोयाबीन और पाम ऑयल मिक्स करना हो कर सकते है. तेल मिक्स करना है या प्योर देना है ये रिपैकर पर निर्भर करता है.
फर्म मालिक का कहना है कि हम मिक्सिंग नही करते है. इस बात पर उनके सभी टैंक से ऑयल बतौर सैंपल बॉटल्स में लेकर फ्रीजर में 45 मिनट के लिए रखा गया. जिसमे से मिलावट की आंशका हुई, और तत्पश्चात वहां से अलग-अलग ब्रांड के 4 सोयाबीन व1 पाम ऑयल का नमूना इकट्ठा कर 5 नमूने एक्टिव फ्रेश रिफाईंड सोयाबीन ऑयल, ईशान गोल्ड रिफाईंड सोयाबीन ऑयल, पराग गोल्ड रिफाईंड सोयाबीन ऑयल और सोयाबीन ऑयल लूज लिए गए. और बचे पैक्ड माल को जप्त कर गोडाउन में रख सीज कर दिया गया है.
जप्त किया गया माल 10 लाख से ज्यादा का बताया जा रहा है. फिलहाल फर्म को तत्काल एक लाइसेंस अन्य जगह पर व टंकी के इंटरकनेक्शन हटा कर ही अपना व्यवसाय संचालित करने के निर्देश दिए गये है.