नीमच। प्रदेश सरकार गायों की रक्षा और देखरेख के लिए लाखों रुपए पानी की तरह बहा रही है, फिर भी गोवंश का इलाज तो दूर उन्हें खिलाने के लिए चारा तक उपलब्ध नहीं करा पा रहा है. मामला नीमच जिले के सावन गांव के संभवनाथ गोशाला का है, जहां हर साल सैकड़ों की संख्या में गोवंश भूख और इलाज के अभाव में मर जाते हैं, शनिवार को करीब 25 से ज्यादा गायों की गोशाला में ही मौत हो गई है.
संभवनाथ गोशाला में 25 गायों की मौत, भूख और इलाज बनी वजह - neemuch news
नीमच जिले की संभवनाथ गोशाला में अक्सर गायों की मौत का मामला सामने आता रहता है. इस गोशाला को सरकार की तरफ से हर साल लाखों रुपए मिलते हैं. इसके बाद भी यहां गायें चारे के आभाव में मर जाती हैं.
संभवनाथ गोशाला के हालात ये हैं कि पशु डॉक्टर भी समय से गोवंशों को देखने नहीं पहुंचते. इस बार गोशाला को सरकार से 13 लाख रुपए मिले हैं, बावजूद इसके भूख के चलते कई गायों की मौत हो गई. घटना की जानकारी लगते ही गोरक्षा वाहिनी की प्रदेश प्रभारी मेहरून निशा खान आलाधिकारियों के साथ मौके पर पहुंची और निरीक्षण कर मामले की जांच के निर्देश दे दिए हैं.
गोशाला में गोमाता के सही रख रखाव और समय पर इलाज हो, इसे लेकर राष्ट्रीय गोरक्षा वाहिनी जिला कलेक्टर को आवेदन देकर अवगत करवाएगी. साथ ही इतनी संख्या में गायों की मौत कैसे हुई. इसकी जांच करवा कर दोषियों को सजा दिलवाएंगी.