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शराब दुकान खोलने का फैसला लिया जाए वापस, नहीं तो मंदिर भी खोले जाएं: शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती

लॉकडाउन में शराब दुकानें खोलने के निर्णय को शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने गलत बताया है. उन्होंने कहा कि यह फैसला महामारी को बढ़ाएगा. इसलिए सरकार को जल्द से जल्द इसे वापस लेना चाहिए. उन्होंने कहा अगर शराब दुकान खुल सकती हैं तो फिर मंदिर भी खुलने चाहिए.

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शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती

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Published : May 11, 2020, 6:37 PM IST

नरसिंहपुर। शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने लॉकडाउन में शराब दुकान खोले जाने का विरोध किया है. उन्होंने मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से तत्काल इस फैसले को वापस लेने की बात कही है. शंकराचार्य ने कहा कि इस फैसले से कोरोना बढ़ने का खतरा है. क्योंकि लोग शराब खरीदने के लिए सोशल डिस्टेंसिंग के सारे नियम तोड़ रहे हैं. अगर शराब की दुकान खोली जा रही है तो फिर मंदिर खोलने के निर्देश भी दिए जाएं.

शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने शराब दुकान खोलने के फैसले को बताया गलत

शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि जब उन्हें इस बात की जानकारी लगी कि धन कमाने के लिए सरकारें शराब दुकान खोल रहीं हैं. तभी उन्होंने इस फैसले को वापस लेने की मांग की थी. क्योंकि इस तरह कमाया गया पैसा राष्ट्र के हित में नहीं होता है. उन्होंने कहा कि सरकार को यह फैसला वापस लेते हुए दूसरे कदम उठाने चाहिए. जो बेहतर साबित होंगे. अगर ऐसा नहीं किया गया तो सरकारें खुद ही महामारी को आमंत्रित कर रही है.

कोरोना भी वक्त के साथ खत्म हो जाएगा

शंकराचार्य स्वरूपानंद सरस्वती ने कहा कि कोरोना एक महामारी के तहत आया है. जब कोई इस तरह की महामारी आती है. तो वह एक वक्त के साथ चली भी जाती है. इसलिए कोरोना भी अब समय के साथ चला जाएगा. उन्होंने कहा कि इस वक्त इस रोग से बचाव करना ही सबसे अच्छा साधन है. अगर कोरोना से बचाव के नियमों का पालन किया जाए तो लोग खुद को इस बीमारी से बचा सकते है. उन्होंने कहा कि लॉकडाउन के चलते प्रकृति को भी अच्छा फायदा हुआ. आज लोग खुली हवा में सांस ले रहे हैं. इसलिए लोगों को यह समझना चाहिए की अब प्रकृति का दोहन बंद हो.

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