नरसिंहपुर। रायसेन और होशंगाबाद में टिड्डी दल की उपस्थिति के बाद अब नरसिंहपुर में अलर्ट की स्थिति निर्मित हो गई है. कृषि विभाग द्वारा जिले में इससे निपटने के लिए रूपरेखा तैयार कर ली गई है. इसके लिए ग्राम स्तरीय दल गांवों में मुनादी कराकर ग्रामीणों को इस आपदा के प्रकोप के संबंध में जागरूक करेंगा.
नरसिंहपुर में भी मंडराया टिड्डी दल का खतरा, कृषि विभाग ने किसानों को किया अलर्ट - risk of locusts in narsinghpur
टिड्डी दल का खतरा अब नरसिंहपुर जिले में भी मंडराता नजर आ रहा है. कृषि विभाग ने किसानों को टिड्डियों के खतरे के प्रति अलर्ट किया है.
टिड्डी दल की रोकथाम के संबंध में मिट्टी परीक्षण अधिकारी डॉक्टर आर्यन पटेल ने बताया कि, आसपास के जिलों में जो जानकारी मिली है, उसके आधार पर दल कमजोर हुआ है. इनकी तादाद में कमी भी आई है, लेकिन इसके बावजूद सतर्कता जरूरी है. टिड्डी दल के जंगली क्षेत्रों की ओर निकलने की संभावना बन रही है.
कृषि विभाग ने किसानों और आम जनों से कहा है कि, टिड्डी दल को भगाने के लिए ध्वनि विस्तारक यंत्र जैसे ढोलक, खाली टीन के डिब्बे, ट्रैक्टर का साइलेंसर, थाली, ताली का सामूहिक रूप से प्रयोग करते हुए ध्वनि उत्पन्न करें, ताकि यह पेड़ों और फसलों पर ना बैठें. इसके अलावा स्प्रे पंप को रासायनिक कीटनाशकों के छिड़काव के लिए तैयार करें. साथ ही अनुभाग एवं जिला स्तर पर गठित दल को सूचना देने को भी कहा गया है.