नरसिंहपुर।अपने श्रीमद् भागवत कथा का होना तो कई जगह देखा होगा, भागवत कथा आपने सुनी भी कई जगह होगी. लेकिन जबलपुर से लगे नरसिंहपुर जिले के श्रीधाम में जो भागवत कथा चल रही है वह अपने आप में इन दिनों चर्चा का विषय बनी हुई है. क्योंकि इस भागवत कथा को करने वाला एक मुस्लिम परिवार है जिनकी आस्था सनातन धर्म में है. यह परिवार उन लोगों के लिए नजीर भी है जो हिंदू मुस्लिम करके समाज में अलगाव फैलाते हैं. देखें यह खास रिपोर्ट-
मुस्लिम परिवार की सनातन धर्म में आस्था: गोटेगांव तहसील का छोटा सा गांव सर्रा इन दोनों भक्ति के रंग में डूबा हुआ है. साथ ही इस पर एक रंग और भी है गंगा जमुना तहजीब का. क्योंकि यहां पर श्रीमद् भागवत कथा का आयोजन किया गया है और इसको करने वाला नीयाज खान परिवार है. यूं तो नीयाज खान मुस्लिम समुदाय से आते हैं लेकिन उनकी आस्था श्रद्धा भक्ति सनातन धर्म में है. नियाज खान का झुकाव सनातन धर्म में उस समय हुआ जब ब्रह्मलीन संत स्वामी स्वरूपानंद सरस्वती जी से उनकी मुलाकात हुई.
कथा सुनने जाता था परिवार: धीरे-धीरे नीयाज खान और पूरा परिवार झोतेश्वर स्थित आश्रम में जाने लगा. उसके बाद जहां भी भागवत कथा होती है न्यास खान और पूरा परिवार उस कथा को सुनने के लिए जाया करता था. कुछ साल पहले गांव में ही कथा हो रही थी कथा वाचक अभिमन्यु व्यास जी से नीयाज की मुलाकात हुई. व्यास जी के आशीर्वचन सुनने के बाद उनके परिवार की भी इच्छा हुई कि क्यों ना वह भी भागवत कथा का आयोजन करें. सोचते-सोचते यह बात नए साल आते आते पूरी होने लगी और श्रीमद् भागवत कथा का श्री गणेश हुआ.