नरसिंहपुर। कोरोना वायरस से बचाव के लिए जहां सरकार लोगों को एहतियात बरतने और मास्क, सैनिटाइजर इस्तेमाल करने की अपील कर रही है. वहीं रेलवे के मजदूर संक्रमण के खतरों से जूझने को मजबूर हैं, श्रीधाम से जबलपुर रेलवे स्टेशन के बीच ट्रैक सुधार के लिए उनसे असुरक्षित ढंग से काम कराया जा रहा है.
कोरोना संक्रमण फैलने के खौफ में जी रहे रेलवे ट्रैक पर काम करने वाले मजदूर!
श्रीधाम से जबलपुर रेलवे स्टेशन के बीच ट्रैक मरम्मत कर रहे मजदूरों में संक्रमण फैलने का डर बना हुआ है, पर रेलवे प्रशासन इस ओर ध्यान नहीं दे रहा है.
रेलकर्मियों के अनुसार लॉकडाउन में मुंबई, सूरत, राजकोट, बेंगलुरु जैसे शहरों में फंसे मजदूरों को लाने के लिए रेलवे श्रमिक एक्सप्रेस ट्रेन चला रही है. ये ट्रेन इटारसी-जबलपुर ट्रैक से गुजरती है तो इनके टॉयलेट से गंदगी, गुटखा, पान, मसाला आदि की थूक भी गिरती है, जो ट्रैक पर काम करने वाले मजदूरों में संक्रमण फैलने का कारण बन सकती है. बावजूद इसके रेल प्रशासन ध्यान नहीं दे रहा है.
रेलकर्मियों की मांग है कि इन श्रमिकों से ट्रेनों के गुजरने के 14 घंटे बाद तक ट्रैक पर कोई काम न कराया जाए. इस अवधि में वायरस स्वतः ही खत्म हो जाता है. इस बात को रेल प्रशासन मानने को तैयार नहीं है, जिस पर मजदूर यूनियन विरोध जता रहा है. संक्रमण काल में श्रीधाम से नरसिंहपुर और श्रीधाम से जबलपुर के बीच इन दिनों ट्रैक पर सुधार का काम चल रहा है.