नरसिंहपुर। अंतरराष्ट्रीय विचारक एवं राष्ट्रीय स्वाभिमान आंदोलन के आयोजक प्रख्यात चिंतक केएन गोविंदाचार्य नर्मदा दर्शन और आध्यात्मिक प्रवास पर नरसिंहपुर पहुंचे. उन्होंने नरसिंहपुर में प्रेसवार्ता को संबोधित करते हुए कहा कि 'अपने साथियों के साथ नर्मदा दर्शन यात्रा पर निकला हूं जो 20 फरवरी से 17 मार्च तक जारी रहेगी. ये यात्रा आध्यात्मिक और धार्मिक तौर पर है.'
कृषि कानून पर गोविंदाचार्य की सलाह
साथ ही गोविंदाचार्य ने तीन कृषि कानून पर लेकर उपजे विवाद को लेकर केंद्र सरकार को नसीहत या यूं कहें की सलाह देते हुए कहा कि 'सबसे पहले केंद्र सरकार कृषि कानून में एमएसपी पर सिर्फ आश्वासन दे रही है बल्कि उन्हें एक कदम आगे बढ़कर इसे कानून बनाना चाहिए, ताकि किसानों को भरोसा हो सके. वहीं विवाद की स्थिति में जिला स्तर पर एडीएम को सर्वे सर्वा बनाया गया है इस पर संशोधन करते हुए 11 सदस्य कमेटी बनाना चाहिए, जिसमें किसान भी शामिल रहे और उन्हें हाई कोर्ट में अपील करने का भी अधिकार मिलना चाहिए. गेहूं चावल को एसेंशियल बोर्ड से हटाया ना जाए बल्कि उन्हें यथावत रखा जाए जिससे किसानों में सरकार के प्रति विश्वास बढ़ेगा और संवाद के लिए नए दरवाजे खुलेंगे. यदि सरकार इन पहलुओं पर गौर करती है तो मेरा ऐसा मानना है कि जल्द ही इस राष्ट्रव्यापी समस्या से निदान पाया जा सकता है.'