नरसिंहपुर। जगतगुरु आदि शंकराचार्य महाराज स्वामी स्वरूपानंद जी ने परमहंसी गंगा आश्रम में दिपावली पर्व का महत्व बताया. शंकराचार्य महाराज ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार दीपावली एक पर्व है यह पर्व रात में आता है. दुर्गा सप्तशती में 3 रात्रियों को भगवती का स्वरूप माना गया है.
जगतगुरु शंकराचार्य महाराज स्वामी स्वरूपानंद जी ने दिपावली पर बताया मां की आराधना का महत्व - Deepawali festival
शंकराचार्य ने बताया कि शास्त्रों के अनुसार दीपावली एक पर्व है यह पर्व रात्रि में आता है दुर्गा सप्तशती मैं 3 रात्रिऔ को भगवती का स्वरूप माना गया है.
जगतगुरु शंकराचार्य महाराज स्वामी स्वरूपानंद जी
कालरात्रि महा रात्रि मुंह रात्रि कालरात्रि कार्तिक के समय अमावस्या में आती है दिपावली श्रीकृष्ण पक्ष के फागुन में आती है. मोह रात्रि शुक्ल पक्ष की अष्टमी में आती है.
उन्होंने बताया कि कल रात्रि में यदि मां भगवती जगदंबा का आराधना की जाए तो मां भगवती का अवशेष अनुग्रह प्राप्त होता है और हमारा भविष्य लक्ष्मी पर आधारित है.