नरसिंहपुर। भौरझिर सहित आसपास के गांवों के किसानों ने खेतों में जाकर घंटी, शंख और थाली बजाकर फसल नुकसान पर मुआवजे की मांग की. किसानों का कहना है कि उनकी फसल खराब हो गई है, लेकिन पटवारी ने बिना सर्वे किए हुए 60 प्रतिशत नुकसान लिख लिया है. जबकी पूरी फसल खराब हो गई है. अब इस फसल को मवेशियों को छोड़कर खिला रहे हैं क्योंकि इस फसल की जो लागत लगाई थी वह भी नहीं निकल रही है.
किसानों ने प्रशासन को जगाने के लिए बजाई घंटी, शंख और थाली, फसल बर्बादी का सर्वे करने की मांग - भौरझिर गांव नरसिंहपुर
भौरझिर गांव सहित आसपास के किसानों ने खेतों में जाकर घंटी, शंख और थाली बजाईं. फसल नुकसान पर मुआवजे की मांग कर रहे किसानों का कहना है कि हमारी सोयाबीन की फसल पूरी तरह से खराब हो गई है, जिससे आर्थिक स्थिति गड़बड़ा गई है. ऐसे में प्रशासन हमारी एक नहीं सुन रहा.
नरसिंहपुर किसान समस्या
किसानों का कहना है कि जिला प्रशासन के लोग यहां आकर फसल को देखें कि कितना नुकसान हुआ है, लेकिन अभी तक पटवारी के अलावा कोई नहीं आया. हमने इस संदेश के माध्यम से सरकार और प्रशासन को जगाने का प्रयास किया है.