नरसिंहपुर।जिले के आमगांव में बारिश होते ही बड़ी संख्या में दुर्लभ प्रजाति के पीले रंग के मेढक दिखने लगे हैं. इन गहरे पीले रंग के मेढक को देख आम लोग इनके जहरीले होने की आशंका जता रहे हैं. साथ ही लोग इनसे डरकर दूर भागने लगे हैं, जबकि कई लोग इन्हें मारने की कोशिश कर रहे हैं.
सैकड़ों की संख्या में दिखे गहरे पीले रंग के मेढक, पर्यावरणविद बता रहे ईको फ्रेंडली - Yellow frog
आमगांव में बारिश के बाद बड़ी संख्या में दुर्लभ प्रजाति के मेढक दिख रहे हैं, जिसे लोगो जहरीला समझकर मार रहे हैं, जबकि पर्यावरण विद इसे लाभकारी और ईको फ्रेंडली बता रहे हैं.
बारिश का मौसम अपने आप में न जाने कितने रंग छिपाए रहता है और जब प्रकृति के ये रंग सामने आता है तो आश्चर्यचकित रह जाते हैं. कुछ ऐसा ही मामला नरसिंहपुर जिले के आमगांव से आया है, जहां लोग एक छोटे से तालाब नुमा पोखर में सैकड़ों की तादात में दुर्लभ प्रजाति के गहरे पील रंग के मेढक को देखे जा रहे हैं. पर्यावरणविद की मानें तो मेढकों की ये दुर्लभ प्रजाति भारत में पाया जाने वाला इंडियन बुल फ्रॉग है, जो प्रजनन काल में अपना रंग बदलकर गहरा पीला कर लेता है. जिससे लोग इसे जहरीला समझते हैं. जबकि ये मेढक जहरीला नहीं होता है.
इंडियन बुल फ्रॉग किसानों के लिए लाभदायक है और ईको फ्रेंडली भी है. इससे डरने की जरुरत नहीं है, बल्कि इस प्रजाति को सहेजने की जरुरत है. जानकारी के आभाव के चलते लोग प्रकृति के दोस्तों को नुकसान पहुंचाने लगते हैं. बुल फ्रॉग जैसे दुर्लभ जीवों से डरें नहीं, बल्कि इनका प्रकृति के लिए लाभ और जानकारी लोगों तक पहुंचाएं.