नरसिंहपुर।करेली में एक बूढ़े माता-पिता अपनी बेटी को इंसाफ दिलाने के लिए दर-दर भटक रहे हैं. 2 महीने पहले उनकी बेटी की संदिग्ध परिस्थितियों में मौत हो गई थी. लेकिन अभी भी पुलिस मामले की छानबीन ही कर रही है. माता-पिता प्रदेश के मुखिया शिवराज सिंह से लेकर गृहमंत्री सबसे न्याय की गुहार लगा चुके हैं. लेकिन निराशा ही हाथ लगी है.
बेटी को इंसाफ दिलाने दर-दर भटक रहे बूढ़े मां-बाप मृतिका के माता-पिता ने बताया कि उनकी बेटी की 26 अप्रैल को शादी थी. लेकिन 1 अप्रैल को उसका शव घर में फंदे पर लटका मिला. शरीर पर चोटों के निशान भी पाए गए थे. शुरूआत में पुलिस ने इसे आत्महत्या बताया.
लेकिन बाद में चोटों के निशान और तमाम उठते सवालों पर पुलिस भी उलझती नजर आ रही है. वहीं माता पिता का कहना है कि उनकी जबलपुर में नौकरी करती थी. उसका रिश्ता भी जबलपुर में हुआ था. वो बहुत खुश थी, ऐसे में आत्महत्या कैसे कर सकती है.
इन्हीं सवालों को लेकर माता-पिता राजधानी भोपाल पहुंचे. जहां मुख्यमंत्री सहायता केंद्र व गृहमंत्री से मदद की गुहार लगाई. गृहमंत्री नरोत्तम मिश्रा से प्रत्यक्ष मुलाकात कर उन्हें आश्वासन दिया और पुलिस को जांच के आदेश दिए.
जिस पर नरसिंहपुर एसडीओपी अर्जुन उइके ने मौके पर पहुंचकर सभी तथ्यों की बारीकी से जांच कर ममता की मौत को संदेहास्पद बताया. एफएसएल अधिकारियों से जांच कराने की बात कही. वहीं मामला मुख्यमंत्री और गृहमंत्री तक पहुंचने के बाद नरसिंहपुर के एएसपी भी अब इस पूरे मामले में बारीकी से जांच करने की बात कह रहे हैं.