नरसिंहपुर। जिला चिकित्सालय की व्यवस्थाओं का जायजा लेने के लिए कलेक्टर वेदप्रकाश ने औचक निरीक्षण किया. इस दौरान उन्होंने कोरोना वायरस से बचाव के लिए की गई व्यवस्थाओं के बारे में जानकारी लेकर वहां मौजूद चिकित्सक सहित स्टाफ को आवश्यक दिशा-निर्देश दिए. इसके अलावा उन्होंने अन्य मरीजों से संबंधित व्यवस्थाएं, दवाईयां और चिकित्सकीय उपकरणों की उपलब्धता की जानकारी ली.
कलेक्टर ने सामान्य बीमारी के मरीजों के लिए बिस्तरों की व्यवस्था, पोस्ट नटल वार्ड, ऑपरेशन थियेटर, काम्पलेक्स, नवजात शिशु गहन चिकित्सा इकाई, फीमेल मेडिकल वार्ड का मुआयना किया. इस दौरान कलेक्टर ने ओपीडी में भीड़ की स्थिति निर्मित ना हो, सोशल डिस्टेंसिंग का पूर्ण रूप से पालन हो सहित मरीज और परिजन मास्क का उपयोग करने जैसे निर्देश दिए.
निरीक्षण के दौरान सिविल सर्जन डॉक्टर अनीता अग्रवाल ने बताया कि लॉकडाउन के दौरान ओपीडी में मरीजों की संख्या कम थी. उन्होंने बताया कि कोरोना वायरस के संक्रमण से बचाव और रोकथाम के लिए सर्दी, खांसी और बुखार के मरीजों की जांच अलग से ओपीडी में की जा रही है. कलेक्टर ने इस दौरान एमडी डॉक्टर अमित चौकसे से जिला चिकित्सालय में कोविड- 19 में आई चुनौतियों के बारे में जानकारी ली. डॉक्टर चौकसे ने बताया कि स्वास्थ्य विभाग का अमला सीमित संसाधनों में अपना सर्वश्रेष्ठ कार्य करने के लिए प्रतिबद्ध है.
इस दौरान कलेक्टर ने सिविल सर्जन कार्यालय में एमपी हेल्थ रिस्पांस पोर्टल पर जिले भर के कोविड मरीजों के डाटा फीडिंग की जानकारी ली. वहीं चिकित्सकों द्वारा बताया गया कि 30 फीवर क्लीनिक संचालित किए जा रहे हैं. रोजाना जो जानकारी जरूरी है, उसे यूजर आईडी के माध्यम से फीड की जा रही है. क्विक रिस्पांस टीम और सर्वे दल द्वारा सारी जानकारियां अपडेट की जा रही है. सकुशल व्यवस्थाओं के बाद कलेक्टर वेदप्रकाश ने संतुष्ट होकर सभी को बधाई भी दी.