मुरैना। जिले के पुलिस प्रेस कॉन्फ्रेंस हॉल में मादक पदार्थों पर रोकथाम के लिये एक वर्कशॉप का आयोजन किया. इसका आयोजन सहयोग राष्ट्रीय सामाजिक रक्षा संस्थान के सहयोग से पुलिस बल ने किया. वर्कशॉप में प्रोजेक्ट पर एक वीडियो के माध्यम से बताया गया कि व्यक्ति को नशे की लत किस तरह पड़ती है. इस दौरान नशामुक्ति अभियान चला रहे डॉ संजय शर्मा भी मौजूद थे.
नशे की रोकथाम के लिए पुलिस ने वर्कशॉप का किया आयोजन - De-addiction campaign
मुरैना में पुलिस ने नशे पर रोकथाम लगाने के लिये एक वर्कशॉप का आयोजन किया. जिसमें पुलिसकर्मी खुद तो मादक पदार्थों के उपयोग से बचें ही साथ ही वे दूसरों को नशे से बचाने में अपनी बड़ी भूमिका निभा सकते हैं.
जिला पुलिस बल ने आयोजित वर्कशॉप में बताया कि पुलिस हो या अन्य सभी में 50 फ़ीसदी लोग किसी ना किसी तरह से नशे के आदी है. नशे की वजह से शरीर को तो नुकसान होता ही है साथ ही समाज व देश को भी नुकसान होता है. पुलिसकर्मी नशे को रोकने के लिए अपनी भूमिका निभा सकते हैं उनके पास तो इसे रोकने का कानूनी अधिकार भी है.
वर्कशॉप में मौजूद नशा मुक्ति अभियान चला रहे डॉक्टर संजय शर्मा ने कहा की जिले में शिक्षण संस्थान को 31 दिसंबर तक तंबाकू मुक्त घोषित कराना है. उसके लिए जिले में विभिन्न प्रकार के कार्यक्रम स्कूल में चलाए जा रहे हैं.