मुरैना। जिले में अचानक हुई घटना से किसानों को भारी नुकसान हुआ है. जिले की पोरसा तहसील में बीती रात अचानक नहर दो जगह से टूट गई, जिससे कई किसानों के खेत में पानी भर गया और तीस बीघा खड़ी गेहूं की फसल में पानी भर गया. पानी भर जाने के कारण किसानो की मेहनत पर पानी फिर गया. खड़ी फसल पानी में डूबने से गेहूं की फसल बर्बाद हो गई. किसानों का कहना है कि जब हम किसानों को पानी की जरूरत थी, तब नहर में पानी नहीं आया और जब किसानों की फसल तैयार खड़ी है तो उसमें अचानक पानी छोड़ दिया गया. घटना के बाद किसानों में भारी आक्रोश हैं.
- अब नहीं पहुंचा कोई अधिकारी
घटना के बाद जब किसानों ने फोन कर सिंचाई विभाग के एसडीओ को नहर फूटने से अवगत कराया उसके कई घंटे बीत जाने के बाद भी अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचा. किसान विभाग की ही लापरवाही बता रहे है जिससे यह घटना हुई. वहीं सिंचाई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही से नहर के बंबा की सफाई नहीं होने के कारण नहर जगह-जगह से टूट चुकी है.
- सिंचाई विभाग के अधिकारियों की लापरवाही
मुरैना जिले में कई बार नहर टूटने की खबर आती है, सिंचाई विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों की उदासीनता के चलते एसा बार-बार होता है. अधिकारी नहर में पानी आने से पहले नहरों की साफ-सफाई नहीं कराते जिसकी वजह से नहरों में कचरा जमा हो जाता है और पानी आते ही ओवरफ्लो होने की वजह से नहर टूटने लगती है. विभाग के पास नहरों की साफ सफाई के लिए लाखों रुपए आते है, लेकिन उन पैसों से सफाई नहीं होती. कर्मचारी नहर की कभी पेट्रोलिंग नहीं करते जिससे उन्हें पता हो कि नहर कहां-कहां से कमजोर है.