मुरैना। सीधी जिले में हुए बस हादसे के बाद भी मुरैना जिले में बिना परमिट के बसें सवारियां ढो रही हैं. हालात यह है कि ग्रामीण अंचल के रूटों पर 1 दर्जन से अधिक बसें ऐसी है, जो बिना परमिट के सवारियां ढो रही हैंय बुधवार को क्षेत्रीय परिवहन निरीक्षक सचदेव सिंह सिकरवार ने मुरैना-कैलारस-सबलगढ़ रोड पर चेकिंग पॉइंट लगाया. चेकिंग के दौरान 48 से अधिक वाहनों को चैक किया गया. अधिकांश वाहनों में कमी पाई गई. इस चेकिंग में एक बस MP06 पी 1043 जो कि पहाड़गढ़-कैलारस के बीच बिना परमिट के ओवरलोड सवारियां से भरी हुई मिली. इस बस को जब्त कर कैलारस थाने में खड़ा करवा दिया गया है. इन सभी वाहनों से 31 हजार रुपए सीएफ (कंप्रोमाइज फंड) समझौता शुल्क वसूला गया. वहीं 1 लाख 68 हजार 749 रुपए का टैक्स वसूला गया. कुल मिलाकर बुधवार को चेकिंग के दौरान परिवहन विभाग ने 1 लाख 99 हजार रुपये से अधिक का राजस्व वसूला है.
परिवहन विभाग ने बिना परमिट की ओवरलोड बस पकड़ी
सीधी जिले में हुए बस हादसे के बाद से परिवहन विभाग सख्य नजर आ रहा है. वहीं दूसरी ओर बस संचालक हादसे से भी सबक लेने को तैयार नहीं है. परिवहन विभाग ने बुधवार को चेकिंग अभियान चलाकर कई बसों पर कार्रवाई की.
RTO की कार्रवाई से बस ऑपरेटरों में मचा हड़कंप
सीधी जिले में पिछले दिनों हुए बस हादसे के बाद मुरैना जिले में परिवहन विभाग द्वारा चलाए जा रहे चेकिंग अभियान के दौरान कुल 9 बसों को ओवरलोडिंग पाया गया. परिवहन विभाग ने उन 9 बसों के परमिट निरस्त कर दिए गए हैं. वहीं नहर किनारे संचालित होने वाली 7 परमिट शुदा बसों के भी परमिट निरस्त करने के लिए 7 दिन में जवाब मांगा गया है. नोटिस में परिवहन कमिश्नर ने कहा है कि नहर जल संसाधन विभाग के क्षेत्र में आती है, और आपको बसों के संचालन के लिए जल संसाधन विभाग ने कोई अनुमति नहीं दी है. इसलिए क्यों ना बस का परमिट निरस्त कर दिया जाए. इस कार्रवाई के बाद जिलेभर के बस ऑपरेटरों में हड़कंप मचा हुआ है.