मुरैना। जिले भर में संचालित ज्यादातर मेडिकल स्टोर्स पर फॉर्मासिस्ट न होकर 10वीं -12वीं पास लोग दवाईयां दे रहे हैं, जिससे मरीजों को गलत दवाईयां देने का अंदेशा बना रहता है. वहीं शहर में नियमों को ताक पर रखकर एक लायसेंस पर दो-दो मेडिकल भी संचालित किये जा रहे हैं.
एक लायसेंस पर चल रहे तीन मेडिकल, अयोग्य व्यक्ति दे रहे मरीजों को दवाई
जिले भर में संचालित ज्यादातर मेडिकल स्टोर पर फार्मासिस्ट न होकर 10वीं -12वीं पास लोग मेडिकल स्टोर को चला रहे हैं
नियमों की माने तो मेडिकल स्टोर के लायसेंस जारी होते समय एक फॉर्मासिस्ट को ही सरकार ने मेडिकल स्टोर का लाइसेंस जारी किया जाता है, ताकि दवा बेचते समय किसी तरह की गलती न हो, मरीजों को वही दवा मिले जो डॉक्टर ने पर्चे पर लिखी है. मेडिकल स्टोर के साइन बोर्ड पर मेडिकल स्टोर का लाइसेंस नंबर लिखा होना और लायसेंसधारी का नाम और मोबाइल नंबर लिखा होना जरूरी है.
जिले में एक मेडिकल स्टोर लायसेंस पर दो या तीन-तीन दुकाने संचालित हो रही हैं. वहीं जिनके नाम पर दुकान लायसेंस है वे इसे किराये पर देकर मुनाफा कमाने के चक्कर में कानून और नागरिकों के स्वास्थ्य से खिलवाड़ कर रहे हैं. इतने गंभीर मामले में अब तक कोई भी एक्शन न तो ड्रग इंस्पेक्टर ने लिया है और न ही स्वासथ्य विभाग के किसी अन्य अधिकारी ने.