मुरैना। जहरीली शराब कांड में एक के बाद एक लोगों की मौत हो रही है. जिले में अब तक 24 लोगों की मौत हो चुकी है. इनमें सबसे ज्यादा छैरा मानपुर गांव के लोग शामिल हैं. वहीं जब मृतकों के शव श्मशान पहुंचे, तो कई आंखे नम हो गईं. दूसरी तरफ आलम यह है कि श्मशान में इन शवों को जलाने के लिए जगह कम पड़ रही है. लिहाजा ग्रामीण अब शवों को खेतों में जलाने के लिए मजबूर हैं.
राख ठंडी भी नहीं हो पाती कि और मौतों की आ जाती है खबर
मुरैना में बीती रात गांव में चार शवों को एक साथ जलाया गया. इस समय पूरे गांव में मातम पसरा हुआ है. इन शवों को देख कर लोगों की आंखों से आंसू रुक नहीं रहे हैं. हालात यह है कि गांव वाले श्मशान में एक शव को जलाकर आते हैं, उस चिता की राख ठंडी भी नहीं हो पाती तब तक गांव में किसी दूसरे व्यक्ति की मौत की सूचना मिल जाती है. इस गांव में जहरीली शराब में किसी परिवार का मुखिया छीन लिया तो किसी का सुहाग उजाड़ दिया.
वक्त पर होती कार्रवाई तो नहीं होती इतनी बड़ी घटना
वहीं कहा जा रहा है कि अगर जिम्मेदार अधिकारी और सरकार पहले ही इस मामले पर चेत जाते तो आज इस जहरीली शराब से लोगों की जान नहीं जाती. क्योंकि यह इलाके अवैध शराब बनाए जाने को लेकर चर्चा में रहते हैं. यह अवैध शराब का अड्डा है. सबसे बड़ा जुआ यहीं पर होता है. समय रहते किसी भी तरह की कोई कार्रवाई ना होने का नतीजा यह हुआ कि जिले में 24 लोग मौत के मुंह में समा गए. वहीं यह संख्या बढ़ती ही जा रही है. इसके अलावा अभी 19 लोग मुरैना और ग्वालियर जिला अस्पताल में भर्ती हैं.