मुरैना। मुरैना नगर निगम ने करों में ढाई से तीन गुना तक की बढ़ोतरी की है, जिसके चलते जनता और व्यापारियों में भारी आक्रोश है. गुस्साई जनता जहां इस बजट का विरोध करने की बात कह रही है, तो वहीं भाजपा के नेता करों को वापस लेने की बात कह रहे हैं.
करों को नहीं बढ़ने देंगे
मुरैना नगर निगम के द्वारा जलकर, संपत्तिकर भवन, प्रमाणीकरण और वसूली के लिए नगर निगम ने करों में ढाई से तीन गुना टैक्स बढ़ाने की बात कही है. पहले ही कोरोना काल से क्षेत्र की जनता और व्यापारी करों की वृद्धि से परेशान हैं और अब नगर निगम प्रशासक ने करों के नाम पर वृद्धि की है. इससे शहर की जनता और व्यापारियों में भारी आक्रोश है, इसको लेकर बेजेपी के पूर्व विधायक रघुराज ने बताया कि नगर निगम द्वारा बढ़ाए जा रहे करों को लेकर क्षेत्रीय सांसद और केन्द्रीय मंत्रिमंडल नरेंद्र सिंह तोमर और मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान से मिलकर करों को वापस लेने का आश्वासन दे रहे हैं.
एक अप्रैल से बढ़ाए गए 'कर' कर बढ़ाया तो होगा आंदोलन
कांग्रेस विधायक राकेश मावई ने बताया कि करों को लेकर उन्होंने आम जनता और व्यापारियों से मुलाकात कर नगर निगम के फैसले पर नाराजगी जताई है. कोरोना जैसे हालात में इस तरह करों को बढ़ाना ठीक नही है. इस समय आम जनता और व्यापारियों की हालत ठीक नही है. इसको लेकर विधायक नगर निगम कमिश्नर से मुलाकात कर करों को न बढ़ाने की बात कहेंगे. साथ ही अगर कर बढ़ाया गया, तो कांग्रेस व्यापारी के साथ मिलकर आंदोलन करेगी.
इस तरह बढ़ेगा कर
- आज से घरेलू कनेक्शन पर 150 और वेबसाइट नल कनेक्शन पर 220 रुपए महीने हो जाएगा.
- मुरैना नगर निगम की दुकानों का किराया 1500 रुपए था, जो अब बढ़ाकर 2000 रुपए महीने हो जाएगा
- नवीन नल कनेक्शन के लिए पहले 1000 रुपए तक की अमानत राशि देना होती थी, जो अब बढ़ाकर 3000 रुपए कर दी गई है
- अवैध नल कनेक्शन को वैध कराने की फीस अब तक 2000 रुपए हुआ करती थी, जिसे ढाई गुना करते हुए 5000 रुपए कर दी गई.