मुरैना।कोरोना वायरस के चलते इस समय पूरे देश में लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है और लोग अपने घरों में कैद हैं. हालात अब ये हो गए हैं कि अंबाह के बड़फरा गांव में आर्थिक संकट से तंग आकर 28 वर्षीय मजदूर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया है.
लॉकडाउन का दंश: आर्थिक तंगी से परेशान मजदूर ने की आत्महत्या, घर में नहीं था राशन
कोरोना वायरस के चलते इस समय पूरे देश में लॉकडाउन की स्थिति बनी हुई है और लोग अपने घरों में कैद हैं. हालात अब ये हो गए हैं कि अंबाह के बड़फरा गांव में आर्थिक संकट से तंग आकर 28 वर्षीय मजदूर ने फांसी लगाकर आत्महत्या कर लिया है.
परिजनों का आरोप है कि लॉकडाउन में जिला प्रशासन ने इनकी कोई मदद नहीं की. वहीं पड़ोसियों द्वारा बताया जा रहा है कि युवक देर शाम उन लोगों के साथ बैठा था और कह रहा था कि उसके घर में इस समय खाने पीने का राशन नहीं है. लिहाजा सुबह तक युवक ने खुदकुशी कर लिया था. फिलहाल अंबाह पुलिस मामले की जांच में जुट गई है.
वहीं अगर समय रहते पीड़ित परिवार की मदद की गई होती तो आज युवक की जान सलामत रहती. हालांकि कहीं न कहीं इस मामले से सरकार और प्रशासन के दावों की पोल खुलती भी नजर आ रही है. लिहाजा ये सरकार गरीबों की कितनी हितैषी है, इसका अदांजा जांच के बाद ही पता चलेगा.