मुरैना। नेशनल हाइवे-03 पर स्थित न्यू कलेक्टोरेट के सभागार में टीएल बैठक आयोजित की गई, जिसमें कलेक्टर कार्तिकेयन ने हर विभाग की समीक्षा की. इस दौरान आपूर्ति विभाग के कामकाज को लेकर कलेक्टर नाराज हुए. उन्होंवे खाद्य नियंत्रक अधिकारी का 3 दिन का वेतन काटने के साथ-साथ उन्हें कारण बताओ नोटिस भी थमा दिया है. इतना ही नहीं कलेक्टर ने जिले भर में पदस्थ कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी का वेतन अनिश्चितकाल के लिए रोक दिया है.
कनिष्ठ आपूर्ति अधिकारी का वेतन अनिश्चितकाल के लिए रोका
टीएल बैठक में आयुष्मान कार्ड के पंजीयन, पात्रता पर्चियों के वितरण और आंगनबाड़ी भवनों का निर्माण पूरा नहीं होने से लेकर अन्य कामों की सुस्त रफ्तार को देखकर कलेक्टर बक्की कार्तिकेयन ने कहा कि अधिकारी योजनाओं को पंचवर्षीय बनाकर काम न करें. वहीं पात्रता पर्चियों का 74 फीसदी वितरण करने पर कलेक्टर ने जिले के समस्त जेएसओ का वेतन आगामी आदेश तक रोकने के निर्देश दिए हैं. कलेक्टर ने खाद्य नियंत्रण अधिकारी भीकम सिंह तोमर को कारण बताओ नोटिस थमाया है. इसके अलावा 3 दिन का वेतन काटने का निर्देश दिया गया हैं.
खाद्यान्न पर्ची वितरण में सुस्त काम देखकर कलेक्टर ने JSO का वेतन रोका, 4 अधिकारियों को थमाया कारण बताओ नोटिस
खाद्यान्न पर्ची वितरण में सुस्त काम को देखकर कलेक्टर ने जिले भर के JSO का वेतन रोका. साथ ही DFO और जनपद CEO सहित 4 अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस थमाया.
इस दौरान डिप्टी कलेक्टर सुरेश बराहदिया मुख्यमंत्री की योजनाओं से जुड़ी प्रेजेंटेशन की लाइव प्रस्तुति नहीं दे पाए, जिसे लेकर कलेक्टर ने उनको कारण बताओ नोटिस थमा दिया. कलेक्टर बक्की कार्तिकेयन ने कोरोना सैम्पलिंग कम होने पर चिंता जताते हुए सीएमएचओ से कहा कि हर दिन कम से कम 300 लोगों की सैंपलिंग की जाए.
DFO, जनपद CEO सहित 4 लोगों को कारण बताओ नोटिस
सीएम हेल्पलाइन की शिकायतों का समय पर निराकरण नहीं होने पर कलेक्टर बक्की कार्तिकेयन ने डीएफओ अमित निकम को कारण बताओ नोटिस दिया है. इसके अलावा कैलारस जनपद सीईओ एपी प्रजापति को भी कारण बताओ नोटिस थमाया गया है. वहीं आईटीआई प्रिंसिपल को भी कारण बताओ नोटिस जारी किया गया. नगर पालिका सीएमओ ने महज 16 शिकायतों का निराकरण किया, जिस पर कलेक्टर ने उन्हें कारण बताओ नोटिस दिया है. कलेक्टर बक्की कार्तिकेयन ने साफ कहा कि जितनी शिकायतें आ रही हैं, उससे ज्यादा का निराकरण हों, तभी हालत सुधरेंगे.