मुरैना। जिले में रेत माफिया के खिलाफ एक दबंग महिला एसडीओ का संघर्ष लगातार जारी है. वन विभाग में पदस्थ एसडीओ श्रद्धा पांढरे पर आज चौथी बार रेत माफियाओं ने हमला किया, जिसके बचाव में वन विभाग और एएसएफ की टीम ने फायरिंग भी की हालांकि इस पूरे हमले में कोई भी घायल नहीं हुआ है.
रेत माफियाओं के खिलाफ एक्शन में एसडीओ, हमलों के बाद भी जारी है कार्रवाई
वन विभाग में पदस्थ एसडीओ श्रद्धा पांढरे पर आज चौथी बार रेत माफियाओं ने हमला किया, जिसके बचाव में वन विभाग और एएसएफ की टीम ने फायरिंग भी की हालांकि इस पूरे हमले में कोई भी घायल नहीं हुआ है.
रेत माफियाओं ने टीम पर की फायरिंग
दरअसल, वन विभाग की टीम ने बुधवार को नेशनल हाईवे स्थित वन चौकी पर चंबल रेत से भरा ट्रक पकड़ लिया. इस दौरान रेत माफियाओं ने फायरिंग कर दी. उसके बाद एएसएफ और वन विभाग की टीम ने हवाई फायर कर अपनी जान बचाई. दरअसल, वन विभाग की महिला एसडीओ अपनी टीम के साथ चिन्नौनी थाना क्षेत्र के तिंदोखर गांव पहुंची, जहां खेतों में 400 ट्रॉली से अधिक डंप रेत को दो जेसीबी मशीनों से नष्ट कराया. इसके साथ ही रेत से भरी एक ट्रैक्टर-ट्रॉली को भी जब्त किया गया.
कार्रवाई से रेत माफियाओं में मचा हड़कंप
वन विभाग की इस कार्रवाई से रेत माफियाओं में हड़कंप मचा हुआ है, वन विभाग के साथ पुलिस विभाग और राजस्व भी अगर रेत माफियाओं पर कार्रवाई करना शुरू कर दे, तो जिले में रेत का अवैध खनन पूर्ण रुप से बंद हो जाएगा. लेकिन पुलिस और राजस्व विभाग के अधिकारी चुप्पी साधे हुए हैं. वन विभाग की टीम ने रसूखदार देवेंद्र सिकरवार सहित 6 लोगों को चिन्हित किया है, जिनके खिलाफ चिन्नौनी थाना इलाके में मामला दर्ज कराया जाएगा. एसडीओ ने बताया कि चंबल नदी से रेत के अवैध उत्खनन में कई रसूखदार लोग शामिल हैं.
400 ट्रॉली से अधिक रेत कराया नष्ट
श्रद्धा पांढ़रे ने पिछले कुछ दिनों से रेत माफियाओं पर लगातार कार्रवाई कर रही हैं. यही वजह है कि लगभग 2 दर्जन से अधिक ट्रैक्टर और ट्रक वन विभाग ने जब्त कर लिए हैं. इस पूरी कार्रवाई में अभी तक एसडीओ पर चार बार रेत माफिया हमला कर चुके हैं. जिसमें दो बार उन पर फायरिंग हुई और एक बार उनको ट्रैक्टर से कुचलने का प्रयास भी किया गया और उसके बाद भी एसडीओ श्रद्धा पांढरे ने अपनी कार्रवाई नहीं रोकी है. इस बीच आज नेशनल हाईवे स्थित वन चौकी पर रेत से भरे एक ट्रक पकड़ने के दौरान रेत माफिया ने फायरिंग कर दी. उसके जवाब में वन विभाग और एसएएफ की टीम ने फायरिंग की, तब कहीं जाकर रेत माफिया वहां भागे. टीम ने 400 ट्रॉली से ज्यादा रेत नष्ट किया.