मुरैना।मुरैना जिले में रेत माफिया हो या अपराधी पुलिस पर लगातार हो रहे हमले थमने का नाम नहीं ले रहे हैं, लेकिन पुलिस हाथ पर हाथ रखे बैठी हुई है. चंबल नदी से रेत का अवैध उत्खनन कर परिवहन करने वाले रेत माफियाओं ने बीती रात ट्रैक्टर को पकड़ने गई बागचीनी थाना पुलिस और सिविल लाइन थाना पुलिस पर हमला कर दिया. जिसमें बागचीनी थाना से प्रभारी शिवप्रताप कुशवाहा सहित तीन लोग गंभीर रूप से घायल हो गए है. इसके साथ ही बागचीनी थाने की गाड़ी को भी रेत माफियाओं ने पथराव और लाठी-डंडों से क्षतिग्रस्त कर दिया. इस मामले में सिविल लाइन थाना पुलिस ने चार नामजद सहित चौदह लोगों पर हत्या का प्रयास का मामला दर्ज कर लिया है.
हंसराज सिंह, एएसपी, मुरैना 14 लोगों पर मामला दर्ज
दरअसल मंगलवार की रात को बागचीनी थाना पुलिस को सूचना मिली थी कि चंबल नदी से रेत से भरा ट्रैक्टर ट्रॉली एक्सीडेंट करके भागा है. जिसमें कल्ला सिकरवार नाम का युवक गंभीर रूप से घायल हो गया है. जिसके बाद पुलिस मेवदा गांव में ट्रैक्टर ट्रॉली को पकड़ने के लिए बगचीनी थाना प्रभारी, देवगढ़ और सिविल लाइन थाने की पुलिस दल बल के साथ पहुंची. जहां रेत माफियाओं ने एकत्रित होकर पुलिस पर हमला कर दिया. हाथापाई के दौरान रेत माफिया इतने हावी हो गए कि पुलिस अपने हथियारों का इस्तेमाल भी नहीं कर पाई और पुलिस को मौके से खाली हाथ लौटना पड़ा.
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इस पूरे घटनाक्रम में बगचीनी थाना प्रभारी और एक्सीडेंट का शिकार हुए कल्ला सिकरवर, रंजीत सिकरवार घायल हुए हैं. कल्ला सिकरवार को गंभीर हालत में जिला अस्पताल से ग्वालियर रेफर कर दिया गया. हालांकि इस पूरे मामले में पुलिस अधिकारियों का कहना है कि ग्रामीण के आवेदन पर सिविल लाइन थाना पुलिस ने चार नामजद मेवदा गाँव निवासी भूरा गुर्जर, पंजाब गुर्जर, केशव गुर्जर और नरेश गुर्जर सहित 14 लोगों पर हत्या का प्रयास, शासकीय कार्य में बाधा और अन्य धाराओं में मामला दर्ज किया है. इसके अलावा टैक्टर ट्रॉली की टक्कर से घायल हुए कल्ला सिकरवार की शिकायत पर बगचीनी थाने में रेत माफिया पर भी दूसरी एफआईआर दर्ज की गई है. वहीं दूसरी तरफ पुलिस अधिकारी पुलिस दल पर हमला होने की बात को नकार रहे हैं.
हमले से छतिग्रस्त हुआ पुलिस वाहन एक महीने में पुलिस पर चार हमले
पुलिस और जिला प्रशासन ने अवैध रेत माफियाओं पर शिकंजा कसा तो रेत माफिया ऐसे दुस्साहसी हुए हैं, कि पुलिस पर हमला करने से एक बार भी नहीं चूक रहे. बीते एक महीने में जिले में चार अलग-अलग थानों की पुलिस पर जानलेवा हमले हुए हैं. इनमें से तीन हमले रेत माफियाओं ने किए है. हर हमले में पुलिस जवानों को अपनी जान बचाकर भागना पड़ा है. एक महीने के अंदर हुए इन चार हमलों में अब तक दो थाना प्रभारियों सहित आठ पुलिस जवान घायल हो चुके हैं. हर मामले में केस तो दर्ज हुआ है, लेकिन अधिकांश घटनाओं के आरोपी पुलिस की गिरफ्त से अब भी बाहर हैं.