मुरैना। जिले में एक दर्जन लोगों ने दो महीने पहले बानमौर थाना क्षेत्र से मां-बेटी की मारपीट की और बाद में बेटी को जबरन गाड़ी में डालकर अपहरण कर ले गए. आरोपियों के साथ महिला का पति व ससुर भी था. आरोपी गर्भवती महिला को चंबल के बीहड़ में ले गए, जहां दो गांव के एक दर्जन लोगों ने पांच दिन तक महिला के साथ गैंगरेप किया. यही नहीं महिला को तुस्सीपुरा गांव में रखा. वहां भी कई लोगों ने बलात्कार (rape in morena) किया. इसके बाद न्यायालय के आदेश पर पुलिस ने आरोपियों के कब्जे से महिला को मुक्त कराया. वहीं पीड़िता की मां ने पुलिस पर कार्रवाई न करने के आरोप लगाए हैं.
ससुर रखता था गंदी नजर
पीड़ित महिला ने बताया कि डेढ़ साल पहले उसकी शादी हुई थी. ससुराल में ससुर उस पर गलत नजर रखता था. इस बारे में जब पति को बताया, तो उसने पिता का साथ दिया. इसके चलते वह अपनी मां के यहां चली आई. यहां पिछले छह माह से रह रही थी, लेकिन 25 अगस्त की शाम चार पहिया वाहन से एक दर्जन लोग बंदूक लेकर आए. यहां आरोपियों ने मां और मेरे साथ मारपीट की. इसके बाद आरोपी जबरन गाड़ी में डालकर ले गए.
चंबल के बीहड़ में किया रेप
आरोपी महिला को देवगढ़ इलाके के तुस्सीपुरा गांव में सभाराम गुर्जर के घर ले गए. जहां सभाराम का पड़ोसी कंधे पर उठाकर चंबल के बीहड़ में ले गया. साथ में सभाराम का भतीजा धर्मेन्द्र गुर्जर, रामवीर गुर्जर, किलेदार गुर्जर, श्यामवीर गुर्जर, भबूति गुर्जर के भाई के लडके, तीन खुलावली लड़के और तीन चार अन्य लोग भी थे. सभी ने बीहड़ में मेरे साथ पांच दिन तक लगातार बलात्कार किया.
निगरानी के लिए रखे थे बंदूकधारी
महिला ने बताया कि आरोपी उसे एक मंदिर में रखते थे और निगरानी के लिए चार-पांच बंदूकधारी भी खड़े किये हुए थे. पांच दिन बाद उसे तुस्सीपुरा गांव ले गए, जहां दो महीने तक बंद करके रखा. इस दौरान बीच-बीच में कुछ लड़के बलात्कार करते रहे. आरोपी पुलिस (morena police) के आने पर उसे बीहड़ में ले जाते और बाद में फिर घर ले आते.