मुरैना। अयोध्या में राम मंदिर निर्माण की शुरुआत होने से हिंदू समाज के लोगों में भारी उत्साह है. राम मंदिर के निर्माण के लिए लोग देश के प्रधानमंत्री मोदी को दिल से धन्यवाद दे रहे हैं. इसी क्रम में कानूनी अधिकार परिषद के द्वारा तमिलनाडु से 613 किलो वजनी घंटा और राम दरबार लेकर शुरू हुई राम रथ यात्रा शुक्रवार को मुरैना पहुंची, जहां लोगों ने राम रथ यात्रा का जोरदार स्वागत किया.
मुरैना पहुंची रामेश्वरम से शुरू हुई राम रथ यात्रा ये रथ यात्रा पीएम मोदी के जन्मदिन 17 सितंबर को रामेश्वर से शुरू की गई थी, जो 4 हजार 555 किलोमीटर की यात्रा तय करने के बाद 7 अक्टूबर को अयोध्या के राम मंदिर पहुंचेगी, जहां रामलला के दरबार में इस घंटे को विधि विधान के साथ चढ़ाया जाएगा.
12 सदस्यों के साथ राजलक्ष्मी खुद राम रथ को चला कर ले जा रहीं हैं. राजलक्ष्मी का कहना है कि 500 साल के बाद हिंदुओं के आस्था के केंद्र का निर्माण किया जा रहा है, जो हर हिंदू के लिए गर्व की बात है. यात्रा में कोरोना को लेकर पूरा ध्यान रखा जा रहा है.
राम रथ यात्रा में 613 किलो वजनी पीतल का घंटा और चांदी की मूर्तियां से बना राम दरबार रामेश्वर से अयोध्या ले जाया जा रहा है. राजलक्ष्मी ने बताया कि 613 किलो का घंटा 4 फीट ऊंचा है और इसका व्यास 9 फीट 9 इंच है.
इस यात्रा में देशभर से लीगल काउंसलिंग के 12 सदस्य शामिल हुए हैं. राजलक्ष्मी मंडल ने बताया कि वो हर साल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के जन्मदिन को अनोखे तरीके से मनाती आई हैं. मोदी सरकार के कारण 500 साल का इंतजार खत्म हुआ और राम मंदिर निर्माण शुरू हो रहा है. इसलिए उनके जन्मदिन पर यह यात्रा शुरू की है.