मुरैना।जिले में ग्राम पंचायतों की आरक्षण प्रक्रिया खत्म होने के बाद चुनावी माहौल जोर पकड़ने लगा है. कई ग्राम पंचायतों में आरक्षण प्रक्रिया पर सवाल भी उठाए जा रहे हैं. ऐसा ही एक मामला जोरा तहसील की ग्राम पंचायत कुकरौली में सामने आया है. गांव में अनुसूचित वर्ग का कोई भी मतदाता नहीं होने के बावजूद ग्राम पंचायत को अनुसूचित वर्ग महिला के लिए आरक्षित कर दिया गया है.
ग्राम पंचायत की आरक्षण प्रक्रिया पर उठे सवाल, ग्रामीणों ने आवेदन सौंपकर की पुनर्विचार की मांग - Out-of-village women reserved for election
जिले में ग्राम पंचायतों की आरक्षण प्रक्रिया खत्म होने के बाद चुनावी माहौल जोर पकड़ने लगा है. जोरा तहसील की कुकरौली ग्राम पंचायत में अनुसूचित वर्ग का मतदाता नहीं होने के बाद भी एक बाहरी महिला को आरक्षित कर दिया है.
इसी बात से असंतुष्ट कुकरौली ग्राम पंचायत के महदेवा के साथ ग्रामीणों ने आरक्षण प्रक्रिया पर पुनर्विचार करने की मांग करते हुए अनुविभागीय अधिकारी नीरज शर्मा को ज्ञापन सौंपा है. बता दें कि हाल ही में हुए ग्राम पंचायतों की आरक्षण प्रक्रिया के तहत जोरा तहसील की ग्राम पंचायत कुकरोली को अनुसूचित वर्ग महिला के लिए आरक्षित किया गया है. ग्रामीणों का कहना है कि ग्राम पंचायत में कोई भी अनुसूचित वर्ग का मतदाता निवासरत नहीं है.
ग्रामीणों ने बताया कि ग्राम पंचायत में एक ऐसी अनुसूचित वर्ग की बाहरी महिला का नाम मतदाता सूची में बढ़वाया गया है जो ना तो ग्राम पंचायत में रहती है और ना ही आज तक उसे किसी ने देखा है. ग्रामीणों ने इसको एक गहरी साजिश बताते हुए आरक्षण प्रक्रिया पर पुनर्विचार करने की मांग की है.