मुरैना। जिले के अम्बाह थाना क्षेत्र के चौकवारिन का पुरा गांव के पास सड़क किनारे कचरे के ढेर में एक नवजात बच्ची थैले में रखी हुई मिली थी. ग्रामीणजन उस बच्ची को अम्बाह स्वास्थ्य केंद्र ले गए, जहां चेकअप के बाद उसकी हालत नाजुक बताई गई. उसके बाद उस बच्ची को मुरैना रेफर किया गया, जहां जिला अस्पताल के न्यू बोर्न केयर यूनिट (SNCU) वार्ड में भर्ती कराया गया. वार्ड के डॉ.राकेश शर्मा के अनुसार शुक्रवार की सुबह नवजात बच्ची की इलाज के दौरान मौत हो गई. इस मामले में अम्बाह थाना पुलिस जांच में जुटी हुई है.
इलाज के दौरान नवजात की मौत - कचरे के ढेर में मिली थी नवजात
गौरतलब है कि राजस्थान के धौलपुर जिले के रहने वाले गब्बर बाल्मीक अपनी ससुराल पोरसा जा रहा था. जब वो अम्बाह-पोरसा रोड के बीच चौकवारिन का पुरा गांव के पास से होकर गुजर रहा था, तभी उसी समय उसे किसी नवजात बच्चे के रोने की आवाज सुनाई दी. उसने रुक कर देखा तो सड़क किनारे कचरे के ढेर से रोने की आवाज आती हुई सुनाई दी. जिस पर उसने देखा तो एक थैले में नवजात बच्ची रखी हुई थी. इतने में ही वहां कुछ ग्रामीण भी इकट्ठा हो गए. उसके बाद बच्ची मिलने की खबर ग्रामीणों ने अम्बाह थाना पुलिस को दी. नवजात बच्ची को गब्बर बाल्मीक सीधे अम्बाह अस्पताल लेकर पहुंचा, जहां गंभीर हालत में डॉक्टरों ने उसे प्राथमिक उपचार देने के बाद उसे तुरंत जिला अस्पताल के लिए रेफर कर दिया. गब्बर बाल्मीक ने गुरुवार की रात को जिला अस्पताल के न्यू बोर्न केयर यूनिट (SNCU) वार्ड में बच्ची को भर्ती कराया था. जहां डॉक्टरों ने काफी इलाज करने के बाद बच्ची ने शुक्रवार को दम तौड़ दिया.
डॉ. राकेश शर्मा ने बताया है कि कचरे के ढेर में मिली नवजात बच्ची को गंभीर हालत में लाया गया था. जिसका वजन एक किलो 500 ग्राम था और कम समय के साथ-साथ बच्ची एक दिन की थी. इस बच्ची का काफी इलाज किया गया और बचाने के बहुत प्रयास किए, लेकिन बच्ची ने शुक्रवार की सुबह दम तोड़ दिया. बच्ची की मौत का कारण सेफ्टीसीमिया प्री-मेच्योर और हेमोथरामिया का होना बताया गया है. दूसरी तरफ अम्बाह थाना पुलिस भी ये पता लगाने में लगी हुई है कि इस नवजात बच्ची को किसने कचरे में फेंका था.