टिकट कटने से नाराज सुमावली विधायक अजब सिंह ने की बगावत, कार्यालय पर सर्व समाज की बैठक में कांग्रेस को हारने का उठाया बीड़ा
Sumawali MLA Ajab Singh ticket Canceled: मध्यप्रदेश विधानसभा चुनाव के लिए कांग्रेस ने दूसरी लिस्ट जारी कर दी है. इस लिस्ट में 88 उम्मीदवारों के नाम हैं. साथ ही कई विधायकों के टिकट भी काट दिए गए हैं. जिन लोगों के टिकट कटे उनमें एक सुमावली विधायक अजब सिंह कुशवाहा भी हैं. टिकट न मिलने से नाराज विधायक अजब सिंह के समर्थकों में आक्रोश फेल गया. हजारों की भीड़ उनके कार्यालय पर इकठ्ठी हो गई. विधायक अजब सिंह कुशवाह ने कांग्रेस के सीनियर नेताओं पर आरोप लगाए हैं.
मुरैना।कांग्रेस हाई कमान द्वारा गुरुवार की रात जारी की गई मध्य प्रदेश उम्मीदवारों की सूची के बाद मुरैना की सुमावली विधानसभा क्षेत्र से विधायक अजब सिंह कुशवाहा के समर्थकों में पार्टी के प्रति भारी आक्रोश व्याप्त है. समाज की बैठक दिनभर से चल रही और शाम तक निर्णय आने की संभावना है. इधर टिकट कटने पर अजब सिंह ने नाराजगी जताते हुए कांग्रेस नेताओं पर टिकट मैनेज कर प्रतिद्वंदी से करोड़ों रुपए लेने का आरोप भी लगाया है.
देर रात जारी हुई 88 प्रत्याशियों की लिस्ट: अखिल भारतीय कांग्रेस कमेटी द्वारा मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह, पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ सहित अन्य नेताओं की सहमति से मध्य प्रदेश के विधानसभा उम्मीदवारों की दूसरी सूची गुरुवार की देर रात जारी कर दी गई. जिसके बाद शुक्रवार की सुबह सुमावली विधानसभा में अजब सिंह के समर्थकों में भारी आक्रोश फैल गया और सुबह से ही न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी स्थित उनके कार्यालय पर हजारों लोगों की भीड़ एकत्रित हो गई. यहां लगभग 2 घंटे चली बैठक के बाद लोगों में भारी आक्रोश देखने को मिला और कहा कि 'सुमावली की मजबूरी है अजब सिंह जरूरी है.'' इसके बाद दाऊजी गार्डन में बैठक आयोजित की गई, जिसमें मंथन चलता रहा.
समर्थक पहुंचे विधायक के कार्यालय
मुरैना में नहीं जीतेगी कांग्रेस: वर्तमान विधायक अजब सिंह कुशवाह ने चर्चा में कहा कि ''कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं द्वारा मेरा टिकट काटा गया है. मुझे इस बात का दुख नहीं है, लेकिन कांग्रेस के नेताओं पूर्व मुख्यमंत्री कमलनाथ, दिग्विजय सिंह एवं नेता प्रतिपक्ष गोविंद सिंह ने कहा कि मुझ पर केस हैं, इसलिए टिकट में परेशानी है. जिसके चलते मैंने सभी केसों को पूरे मन से निपटाया और अब मैं बरी हूं. केवल दो गाली गलौज के के हैं. उनमें कोई प्रावधान सजा का नहीं है. इसके बावजूद मेरा टिकट काटा गया है, जबकि उपचुनाव 2020 में भी मेरे पर यही केस थे, तब क्यों टिकट दिया गया.'' कुशवाह ने अपने कार्यालय पर सभी समाजों के लोगों के साथ 2 घंटे चर्चा की और ज्यादातर मत चुनाव लड़ने के आए, इसके बावजूद उन्होंने कोई निर्णय नहीं लिया है, लेकिन उन्होंने कमलनाथ को खुली चुनौती दी है की मुरैना की 6 विधानसभा सीटों में से कांग्रेस एक भी सीट जीत जाएगी तो वह राजनीति से त्यागपत्र दे देंगे.
तानाशाही पूर्वक मेरा टिकट काटा: अजब सिंह कुशवाह का गुस्सा यहां भी नहीं थमा और उन्होंने कहा कि ''तानाशाही पूर्वक मेरा टिकट काटा गया है. सर्वे में वह नंबर वन थे. मुरैना कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं को यह बात हजम नहीं हो रही थी कि अजब सिंह को दोबारा टिकट मिल गया तो वहां जीत जाएगा.'' टिकट वितरण में उन्होंने नेता प्रतिपक्ष डॉ गोविंद सिंह पर खुलकर विरोध करने का आरोप लगाया और कहा कि उन्होंने जिनको सपोर्ट किया, वह सक्सेस हो गए. उन्होंने यह भी कहा कि ''सुमावली विधानसभा से वृंदावन सिंह सिकरवार के पुत्र मानवेंद्र गांधी का टिकट होता तो वह और उनका समाज उसका साथ देता, क्योंकि उन्होंने मेरे चुनाव में पूरा सहयोग किया था. लेकिन इस टिकट वितरण में भाजपा प्रत्याशी ऐदल सिंह की रणनीति सफल हो गई और जनता की उम्मीद धराशाई हो गई हैं.''