मुरैना। नकल के लिए बदनाम चंबल के मुरैना में एक बार फिर इसी को लेकर संग्राम हुआ. दरअसल छात्र-छात्राएं परीक्षा का बहिष्कार कर सड़क पर उतर आए. कई छात्रों ने कांपियां तक फेंक दीं. हालात ऐसे बिगड़े के पुलिस को मोर्चा संभालना पड़ा, तब कहीं जाकर डेढ़ घंटे की देरी से परीक्षा शुरू हो पाई. मामला जौरा रोड स्थित पीएसयू कॉलेज का है. कई परीक्षार्थियों ने आरोप लगाए कि "कॉलेज संचालक ने नकल कराने के रुपये लिए हैं और अब नकल नहीं करा रहे हैं. साथ में उन्होंने कहा, कॉलेज में नकल रोकने के लिए सीसीटीवी कैमरे लगवाए हैं."
परीक्षा शुरू होने से पहले हुआ हंगामाःबता दें कि, शनिवार को बीए और बीकॉम की सेकंड ईयर क्लास की परीक्षाएं जोरा रोड स्थित पीएसयू कॉलेज में होनी थी. यहां पर शहर के 5 कॉलेज, टीएसएस कॉलेज, वैष्णव कॉलेज, एमजीएम कॉलेज, जीनियस कॉलेज और मां विद्यादेवी कॉलेज का परीक्षा सेंटर बनाया गया है, जिसमें शनिवार को कुल 635 छात्र-छात्राओं की परीक्षा होनी थी. परीक्षा का समय दोपहर 2 से शाम 5 बजे तक का था, लेकिन परीक्षा शुरू होने से पहले ही हंगामा हो गया. वहीं, जो छात्र परीक्षा देने आए थे उनकी परीक्षा हॉल में जाने से पहले तलाशी ली गई, जिसमें उनके मोबाइल, बैग, नकल के लिए साथ लाई गई किताबों को परीक्षा कक्ष से बाहर रखवा दिया. हालांकि जो छात्र नकल सामग्री अंदर ले जाना चाहता था तो उसके बदले 1000 रुपये की राशि मांगी जा रही थी. इससे छात्र नाराज हो गए और विद्यार्थी कॉपियां लेकर परीक्षा हॉल से बाहर निकल कर सबलगढ़ मुरैना हाईवे पर बैठ गए और जाम लगा दिया. इतना ही नहीं हाईवे की एक साइड में छात्र सड़क पर बैठ गए तो दूसरी साइड में पत्थर रखकर वाहनों का रास्ता रोक दिया.
नकल के लिए प्राइवेट स्कूल कॉलेज संचालकों को दिए रुपये: वहीं, परीक्षार्थियों ने सरेआम कहा, ''हमने नकल कराने के लिए प्राइवेट स्कूल कॉलेज संचालकों को रुपये दिए हैं और यहां सीसीटीवी कैमरे लगाकर नकल रोकी जा रही है. कुछ छात्राओं ने तो मीडिया के समक्ष कहा कि उन्होंने प्राइवेट कॉलेज संचालकों को 20- 20 हजार रुपये नकल कराने की गारंटी के तौर पर दिए थे, लेकिन इस सेंटर पर नकल रोकने के पुख्ता इंतजाम किए गए और कमरों में सीसीटीवी कैमरे लगा दिए गए." इस दौरान छात्राओं ने चैकिंग के नाम पर कॉलेज प्रबंधन पर बदसलूकी करने का आरोप भी लगाया है.