मुरैना।केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर के गढ़ और संसदीय क्षेत्र मुरैना में नगर पालिक निगम के महापौर पद के प्रत्याशी के भाग्य का फैसला आज होना है, जिसके लिए 13 जुलाई को लगभग एक लाख 34 हजार से अधिक मतदाताओं ने वोट किया था. मतदान के बाद शहर भर में जनता का जो रुख दिखाई दे रहा है, इस हिसाब से ग्वालियर की तरह मुरैना में भी बीजेपी और कांग्रेस की कड़ी टक्कर मारी जा रही है. यही कारण है कि दोनों ही पार्टियां अपनी-अपनी जीत का दावा कर रही हैं. (Morena Mayor Election 2022) (MP Urban Body Election 2022)
ये हैं चुनाव मैदान में:चंबल अंचल की ग्वालियर सीट के बाद सबसे हॉट सीट कहीं जाने वाली मुरैना निगम नगर निगम में अगले महापौर के लिए आज फैसला होना है, आज मुरैना नगर निगम की मतगणना है और नगर निगम इसलिए खास है क्योंकि यह केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर का गढ़ और संसदीय क्षेत्र है. यही कारण है कि नगरी निकाय चुनाव में केंद्रीय मंत्री नरेंद्र सिंह तोमर ने पूरी ताकत के साथ प्रचार-प्रसार में लगे रहे, लेकिन यहां कांग्रेस भी ऐड़ी चोटी का जोर लगाया है. ग्वालियर के बाद इस सीट पर भी कांग्रेस की कड़ी मानी जा रही है. इस निकाय चुनाव में बीजेपी ने महापौर उम्मीदवार के रूप में एक आंगनवाड़ी कार्यकर्ता मीना मुकेश जाटव पर दांव खेला गया, तो वहीं कांग्रेस ने पूर्व सांसद बाबूलाल सोलंकी की भाई की बहू शारदा राजेंद्र सोलंकी को मैदान में उतारा है. इसके अलावा बसपा से एडवोकेट ममता मौर्य और आम आदमी पार्टी से ललिता पवन जाटव के साथ ही निर्दलीय प्रत्याशी अनीता चौधरी चुनाव मैदान में है.
ऐसे हो सकता है कांग्रेस को फायदा:इस बार कांग्रेस और भाजपा दोनों पार्टियों के द्वारा टिकट वितरण में भारी लापरवाही बरती गई, जिस कारण कई वार्डों में दोनों ही पार्टियों को भारी नुकसान होने की संभावना है और अलावा निर्दलीय प्रत्याशी बढ़त बना रहे हैं. इस बार वोटिंग परसेंट कम होने से इसका लाभ कांग्रेस को मिलता दिखाई दे रहा है, क्योंकि मतदाता का रुख और शहर की हवा ने कांग्रेस प्रत्याशी का मनोबल बढ़ा दिया है. इसका एक कारण यह भी है कि भाजपा प्रत्याशी से शहर के मतदाता परिचित नहीं है और शारदा सोलंकी एक ऐसे परिवार से हैं, जिसे पूरा शहर जानता है. शारदा के पति पहले नगर निगम में महापौर का चुनाव लड़ चुके हैं, हालांकि वे चुनाव हार गए थे, लेकिन ये अंतर बहुत ही कम था. इसके अलावा जिस तरीके से कांग्रेस प्रत्याशी ने शहर भर में प्रचार, जनसंपर्क किया और घर घर तक पहुंचे, उसका भी लाभ उन्हें मिल सकता है.