मुरैना। मध्यप्रदेश की पुलिस का भी जवाब नहीं है. आपने गुनाह करने वालों को पुलिस द्वारा गिरफ्तार करते और उन पर कार्रवाई करते देखा होगा, लेकिन एमपी के मुरैना में पुलिस ने गुनाह करने वालों की जगह फरियादी को ही आरोपी बना दिया. मुरैना में बीते दिन दबंगों ने दलित परिवार से मारपीट कर उनकी झोपड़ी में आग लगा दी थी. जिसकी शिकायत लेकर दलित परिवार थाने पहुंचा था, जहां पुलिस ने दबंगों के खिलाफ मामला दर्ज तो किया लेकिन एक दूसरी एफआईआर में दबंगों को फरियादी बनाते हुए परिवार को आरोपी बना दिया (morena police fir against complainant).
बीते दिन हुई थी घटना:जानकारी के अनुसार मुरैना जिले के सरायछोला थाना क्षेत्र के अंतर्गत आने वाले पीपरखेड़ा गांव में बीते रोज दबंग गुर्जर समाज के मनोज, विष्णु, केदार, धर्मा, नागेन्द्र, रामलखन व गीता गुर्जर ने एक राय होकर रामसिया माहौर के परिवार पर लाठियों से हमला कर दिया था. हमले के दौरान आरोपियों ने न सिर्फ रामसिया की पत्नी, भाई व बेटी को लाठियों से पीट-पीटकर लहूलुहान कर दिया, बल्कि उनकी झोपड़ी में भी आग लगा दी थी. यही नहीं पीड़ित पक्ष का कहना है कि, आरोपी बंदूकों से फायरिंग करते हुए उनकी आधा दर्जन बकरी और तीन भैंस लूटकर ले गए थे. पीड़ित पक्ष इसकी शिकायत करने सराय छोला थाने पहुंचा, लेकिन उनकी बात नहीं सुनी गई. इसके बाद पीड़ित रामसिया माहौर घायल हालत में अपने परिवार को लेकर एसपी ऑफिस पहुंचा था. वरिष्ठ अधिकारियों के हस्तक्षेप के बाद सरायछोला थाना प्रभारी शिवकुमार शर्मा ने करीब 6 से ज्यादा लोगों के खिलाफ मारपीट और हरिजन एक्ट की धाराओं के तहत मामला दर्ज किया था.