मुरैना।बाढ़ ने चंबल घाटी में तांडव मचा दिया है. कोटा बैराज से लगातार पानी डिस्चार्ज करने तथा सिंध और पार्वती नदी के उफान पर होने की वजह से चंबल का जल स्तर लगातार बढ़ता जा रहा है. राजघाट पुल पर चंबल खतरे के निशान से 8 मीटर ऊपर बह रही है. चंबल की बाढ़ ने मुरैना जिले करीब दो सैकड़ा गांवों को अपनी चपेट में लिया है, वहीं करीब 80 गांव जलमग्न हो गए है. बाढ़ पीड़ितों के बचाव तथा राहत कार्य के लिए एनडीआरएफ और एसडीआरएफ के बाद अब सेना ने मोर्चा संभाल लिया है.(Morena Helicopter Rescue) (morena Chambal River flood) (morena Chambal danger mark)
सेना ने सुरक्षित निकाला बाहर:यहां कई टापू बन गए हैं, सेना ने हेलीकॉप्टर से रेस्कयू कर कई गांवों के लोगों को सुरक्षित बाहर निकाल लिया है. लोगों को बाहर निकालने के साथ बाढ़ में फंसे लोगों के लिए हैलीकॉप्टर से भोजन के पैकेट व दवाईयां भेजी जा रही है. जानकारी के अनुसार चंबल की बाढ़ से चंबल घाटी में हाहाकार मचा हुआ है. बुधवार की सुबह राजघाट पुल पर चंबल 146 के निशान पर पहुंच गई. खतरे के निशान से 8 मीटर ऊपर होते ही चंबल ने नदी किनारे बसे दो सैकड़ा गांवों को बाढ़ की चपेट में ले लिया.(Morena Helicopter Rescue) (morena Chambal River flood) (morena Chambal danger mark)