मुरैना। चम्बल-अंचल के किसानों के लिए एक अच्छी खबर है. अब सरसों उत्पादन करने वाले किसान और अधिक उत्पादन कर खेती को लाभ का धंधा बना सकते हैं. मुरैना कृषि विज्ञान केंद्र के वैज्ञानिकों ने सरसों की उन्नत किस्म के बीज तैयार किये हैं, जो अब सरसों उत्पादन की औसत पैदावार को बढ़ाएंगे.
चंबल के किसानों के लिए खुशखबरी, अब सरसो का ये बीज बनाएगा मालामाल ! - Mustard production
मुरैना कृषि विज्ञान केंद्र वैज्ञानिकों ने सरसों की औसत पैदावार बढ़ाने और किसानों को समृद्ध बनाने की दृष्टि से उन्नत किस्म के बीज 'राज विजय' की खोज की है.
![चंबल के किसानों के लिए खुशखबरी, अब सरसो का ये बीज बनाएगा मालामाल ! discovered improved mustard seed](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-5702406-thumbnail-3x2-k.jpg)
राज विजय नामक बीज से वर्तमान में पैदा होने वाले बीज की तुलना में 4-5 क्विंटल पैदावार ज्यादा होगी. मतलब दूसरी किस्मों की सरसों बीज बोने पर एक हेक्टेयर में 10 से 12 क्विंटल औसत पैदावार होती थी, लेकिन उन्नत किस्म के बीज राज विजय की बौवनी करने पर एक हेक्टेयर में18 से 20 क्विंटल सरसों का औसत उत्पादन होगा.
जमीन-लागत पहले जितनी, फायदा होगा ज्यादा
इस तरह किसानों को उतनी ही जमीन में बोवनी करने पर और उतनी ही लागत लगाने पर अधिक आय प्राप्त हो सकेगी. कृषि विज्ञान केंद्र में शोध कर वैज्ञानिकों ने इस बीज को भोपाल से प्रमाणित भी कर लिया है. राज विजय नामक सरसो बीज आने वाली रबी की फसल की बुवाई के समय किसानों को आसानी से बाजार में उपलब्ध हो सकेगा.