मुरैना।जिले में निवासरत मांझी समाज के लोग अनुसूचित जनजाति को मिलने वाले आरक्षण के लाभ से वंचित हैं. पिछले दिनों विधानसभा में पूछे गए एक प्रश्न के जबाव में भी जिला प्रशासन ने मुरैना में मांझी समाज की उपस्थिति शून्य बताई थी.
बता दें कि यहां निवासरत मांझी समाज के लोग लंबे समय से खुद को अनुसूचित जनजाति में शामिल करने की मांग शासन-प्रशासन से कर रहे हैं. चूंकि सरकार मांझी समाज को अनुसूचित जनजाति में बहुत पहले ही शामिल कर चुकी है, इसलिए देश सहित प्रदेश भर में निवास करने वाले इस समाज के लोगों को एसटी वर्ग को मिलने वाली योजनाओं का लाभ मिलता है. लेकिन मुरैना में इसके ठीक उलटनिवास करने वाले मांझी समाज के हजारों लोगों को अनुसूचित जनजाति का लाभ नहीं मिल पा रहा है.
प्रशासन की लापरवाही
खास बात यह है कि एक ओर सरकारी कागजों में यह दर्शाया गया है कि जिले में मांझी समाज के लोग निवास कर रहे हैं, तो वहीं दूसरी ओर जिला प्रशासन एक प्रश्न के जबाव में सामान्य प्रशासन विभाग भोपाल को लिखित में यह उत्तर भी देता है कि मुरैना जिले में मांझी समाज का कोई भी व्यक्ति निवास नहीं करता है. जिला प्रशासन के इस प्रतिवेदन से यहां निवास करने वाले मांझी समाज के लोग खुद को ठगा हुआ महसूस कर रहे हैं. जिसे लेकर लोगों ने जिला प्रशासन को ज्ञापन भी सौंपा है.