मुरैना। जिला मुख्यालय से लगभग 60 किलोमीटर दूर पहाड़गढ़ के जंगलों में बरई कोट प्राचीन महादेव मंदिर है. मंदिर तक पहुंचने के लिए केवल कच्चा रास्ता है, सावन के महीने में यहां शिव भक्तों की अच्छी खासी भीड़ देखी जा सकती है. चंबल क्षेत्र में शिव भक्तों का अच्छा खासा इतिहास रहा है, यही वजह है कि, यहां पर पूरे क्षेत्र में प्राचीन शिव मंदिरों की अच्छी-खासी संख्या पाई जाती है. जो प्राचीन होने के साथ-साथ ही ऐतिहासिक भी हैं.
बरई कोट के किले में विराजमान शिवलिंग अपने आप में विशेष है, गुफा में शिवलिंग पर अविरल जल की धारा 24 घंटे अभिषेक करती है. गुफा में घुटनों तक पानी भरा रहता है, जो कि गर्मियों के दिनों में भी बहुत ही ठंडा रहता है, जिसमें होकर ही भक्तों को शिवलिंग तक पहुंचना होता है. हालांकि घने जंगल में होने और ज्यादा प्रचार-प्रसार ना होने से यहां तक कम ही लोग पहुंचते हैं.