मुरैना। सिटी कोतवाली थाना पुलिस ने अंतर्राज्यीय ट्रक चोर गिरोह को पकड़ने में सफलता हासिल की है. जिनके कब्जे से 70 से अधिक ट्रकों के इंजन सहित भारी मात्रा में वाहनों का कबाड़ जब्त किया है. जिनकी कुल कीमत 62 लाख रुपए से अधिक बताई जा रही है. इस गिरोह के तीन सदस्यों को पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. वहीं तीन आरोपी अभी भी पुलिस की गिरफ्त से बाहर हैं. इन शातिर बदमाशों के पास से पुलिस ने ट्रकों के इंजन, टायर और अन्य कबाड़ जब्त किया है.
ट्रक चोर गिरोह का पर्दाफाश ऐसे हुआ मामले का खुलासा
दरअसल गोपालपुरा की माधौसिंह वाली गली में रहने वाले लाखन सिंह सिकरवार ने 1 जनवरी को सिटी कोतवाली थाने में शिकायत दर्ज कराई थी कि उनका ट्रक एमपी 06 एचसी 2304 कृषि उपजमंडी से चोरी हो गया है. लाखन सिंह ने पुलिस को तीन संदिग्धों के नाम भी बताएं. इसके बाद पुलिस ने बताए गए संदिग्ध लोगों की जांच पड़ताल की, तो अंतरराज्यीय गिरोह का पर्दाफाश हुआ, जो वाहनों को चुराकर उसे काटते थे, और अलग-अलग पार्ट को बेच देते थे, इस गिरोह ने मुरैना शहर में नेशनल हाईवे के अलावा अम्बाह और पोरसा में गोदाम बना रखे हैं. कोतवाली थाना पुलिस ने लाखन सिंह सिकरवार के ट्रक के टायर और कुछ मलवा नेशनल हाइवे स्थित संतोष राठौर और बंटी राठौर के कबाड़ के गोदाम से जब्त किए हैं. वहीं ट्रक का इंजन अम्बाह निवासी बंटी राठौर के कबाड़ गोदाम से जब्त किया है.
जब पुलिस ने तीनों आरोपियों से पूछ्ताछ की तो पता चला कि इन चोरों ने अब तक सैकड़ों चोरी के वाहन जिनमें कार, मिनी लोडिंग वाहन से लेकर ट्रक तक को कबाड़ में काटकर बेचा है. सिटी कोतवाली थाना पुलिस ने मुरैना निवासी अखय परमार, संतोष राठौर, बंटी राठौर, अतेंद्र सिंह गुर्जर, जौरी गांव निवासी शैलू गुर्जर, पोरसा निवासी नेवी राठौर और अम्बाह निवासी बंटी राठौर पर मामला दर्ज किया है. जिनमें से पुलिस ने अतेंद्र सिंह गुर्जर, नेवी राठौर और शैलू गुर्जर को गिरफ्तार कर लिया है. इस अंतरराज्यीय गिरोह का मास्टरमाइंड संतोष राठौर बताया जा रहा है. संतोष राठौर उसका भाई बंटी राठौर और अखय सिंह परमार फरार है. जिसकी तलाश पुलिस कर रही है.
पुलिस ने पकड़े गए चोरों से 71 वाहनों के इंजन, 38 टायर रिम, 9 स्टेपनी, 3 एक्सेल, 3 ट्रक की कमानी, 3 पानी की मोटर, 3 ट्रेन की कटी पटरियां सहित अन्य सामान जब्त किया है. जिसकी कीमत 72 लाख 17 हजार रुपए है. पुलिस की जांच में सामने आया है कि इस गिरोह का मास्टरमाइंड संतोष राठौर और उसका भाई बंटी राठौर पहले भी तीन बार वाहन चोरी करवाने और चोरी के वाहनों को कबाड़ में काटकर बेचने के मामले में रंगे हाथ पकड़े गए थे. दो बार कोतवाली थाना पुलिस ने और एक बार सिविल लाइन थाना पुलिस ने इन बदमाशों को पकड़ा था. लेकिन उस समय के पुलिस अधिकारियों ने बिना कार्रवाई कर इन्हें छोड़ दिया. इसके बाद इनके हौसले बुलंद होते गए और अपने दो नंबर के धंधे का नेटवर्क इतना फैलाया, कि मुरैना शहर से बढ़कर अम्बाह पोरसा और आस पास के जिलों तक कर लिया.