मुरैना। जिले के आदिवासी क्षेत्र पहाड़गढ़ जनपद पंचायत के ग्रामीण आदिवासी महिलाओं को पिछले 8 माह से पेंशन नहीं मिल रही है . महिलाओं का कहना है कि पेंशन के लिए वे कार्यालायों के चक्कर काट रही हैं. लेकिन अधिकारी उन्हें सिर्फ बजट ना होने की बात कह कर टाल देते हैं.
आदिवासी महिलाओं को नहीं मिला 8 माह से पेंशन, कार्यालयों के चक्कर काटने को मजबूर
मुरैना जिले के पहाड़गढ़ जनपद पंचायत की ग्रामीण आदिवासी महिलाओं को कई महीनों से पेंशन नहीं मिल रहा है. जिस वजह से कार्यलायों के चक्कर काटने को मजबूर हैं.
प्रदेश सरकार अपने कार्यकाल के एक साल पूरा करने जा रही है. इस मौके पर सरकार जनता से किए हर वादे को पूरा करने का दावा कर रही है. लेकिन दूसरी तरफ स्थिति यह है कि विकास कार्य तो दूर की बात गरीब महिलाओं को शासन की ओर से मिलने वाली मासिक पेंशन पिछले 8 महीने से नहीं मिल पा रही है. जिसके लिए महिलाएं जनपद पंचायत पहाड़गढ़ से लेकर कलेक्टर कार्यालय मुरैना तक के चक्कर काट रही हैं.
वहीं इस मामले में जब कलेक्टर मुरैना प्रियंका दास से बात की गई तो पता चला कि उप संचालक आदिम जाति कल्याण विभाग द्वारा जारी की जाने वाली आदिवासी महिलाओं की पेंशन बजट के अभाव में पिछले 8 मार्च से आदिवासी महिलाओं को नहीं दी जा रही है. इस संबंध में विभाग द्वारा सरकार को कई बार पत्र लिखकर अवगत भी कराया गया है. फिलहाल कलेक्टर का कहना है कि हम डीओ लेटर सरकार को भेज रहे हैं और जैसे ही बजट उपलब्ध होगा आदिवासी महिलाओं को पेंशन वितरित की जाएगी.