मुरैना।मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना, हिंदी हैं हम वतन है हिंदुस्तान हमारा. ये पंक्तियां मशहूर कवि मोहम्मद इकबाल की लिखी की है, जो आज भी जीवंत है. जी हां हम बात कर रहे हैं हिंदुस्तान की गंगा जमुनी तहजीब कि जहां धर्म के नाम पर प्यार मिलता है. जिसका एक वाक्या मुरैना जिले के जिला अस्पताल में देखने को मिला है. जिसके चलते हिंदू और मुस्लिम भाइयों ने मिलकर ईद के मौके पर रक्तदान कर हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल कायम की है. रक्तदान के दौरान सभी ने मास्क पहने हुए थे और सोशल डिस्टेंसिंग का विशेष ध्यान रखा गया था.
ईद के मौके पर हिन्दू-मुस्लिम युवाओं ने दिखाई एकता, 19 यूनिट किया रक्तदान - मुरैना में ईद के दिन रक्तदान
हिंदू-मुस्लिम प्रेम मुरैना जिले के जिला अस्पताल में देखने को मिला है. जिसके चलते हिंदू और मुस्लिम भाइयों ने मिलकर ईद के मौके पर रक्तदान कर हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल कायम की है.
![ईद के मौके पर हिन्दू-मुस्लिम युवाओं ने दिखाई एकता, 19 यूनिट किया रक्तदान Blood donation on the occasion of Eid](https://etvbharatimages.akamaized.net/etvbharat/prod-images/768-512-7344503-thumbnail-3x2-img.jpg)
रमजान के आखिरी दिन मुस्लिम भाइयों ने ईदुल फितर का त्यौहार मनाया. इस अवसर पर मुरैना जिला अस्पताल में हिंदू-मुस्लिम एकता की मिसाल पेश करते हुए ईद के दिन हिंदू-मुस्लिमों युवाओं ने मिलकर 19 यूनिट रक्तदान किया. हिन्दू मुस्लिम एकता मंच के संयोजक रजनीश पंडित ने बताया कि आज उनके संगठन का स्थापना दिवस भी है और ईद भी इस मौके पर सभी ने मिलकर एकता का संदेश देते हुए हिन्दू मुस्लिम भाईयों ने रक्तदान किया है. जिसमें 10 यूनिट मुस्लिम भाईयों ने और 9 यूनिट हिन्दू भाईयों ने दिया.
एकता की मिसाल पेश करते हुए सभी ने कहा कि मजहब नहीं सिखाता आपस में बैर रखना हम सभी हिंदुस्तान के वासी हैं और सबसे पहले यही हमारा धर्म है. कोरोना महामारी के चलते रक्तदान शिविर में इस बात का भी विशेष ख्याल रखा गया कि सभी रक्तदाता मास्क पहनकर और शिविर में सोशल डिस्टेंस का पालन करते हुए पाए गए.