मुरैना। पर्यावरण को प्रदूषण से बचाने के लिए मुरैना के दिलीप गोयल ने सराहनीय पहल की है. दिलीप गाय के गोबर और पंचगव्य से गणेश प्रतिमाएं बना रहे हैं. इस ईको फ्रेंडली प्रतिमाओं की खासी डिमांड भी है.
गाय के गोबर से बनी ईको फ्रेंडली गणेश प्रतिमाओं की भारी डिमांड, दूसरे राज्यों तक जाती हैं मूर्तियां
हिंदू त्योहारों को ध्यान में रखते हुए मुरैना के दिलीप गोयल ने गाय के गोबर और पंचगव्य से गणेश प्रतिमाएं बनानी शुरू की हैं, ताकि ईको फ्रेंडली मूर्तियों से पर्यावरण को किसी तरह का नुकसान नहीं पहुंचे.
दिलीप गोयल के मुताबिक गौ माता की सेवा, रक्षा और गौशालाओं को आत्मनिर्भर बनाने के मकसद से उन्होंने ये काम शुरू किया है. दिलीप गोयल की बनाई प्रतिमाओं की पहचान अब देश के तमाम शहरों तक पहुंच चुकी है. उनके द्वारा बनाई गई गोबर की मूर्तियां मुंबई से लेकर दिल्ली और तमाम शहरों तक जाती हैं.
हालांकि जितनी मूर्तियों की मांग होती है, उतनी मूर्तियां तैयार करने में उन्हें परेशानी होती है, इसलिए दिलीप चाहते हैं कि इस अभियान में उनके साथ ऐसे लोगों को जोड़ा जाए, जो शहर-शहर इस काम को कर सकें. दिलीप गोयल के मुताबिक गाय के गोबर में लक्ष्मी का वास होता है, इसलिए देशी गाय के गोबर और पंचगव्य से बनने वाली मूर्ति की स्थापना कराकर पूजा-अर्चना करनी चाहिए. उनका मानना है कि ऐसा करने से मनोकामनाएं अति शीघ्र पूरी होती हैं और सुख-समृद्धि और वैभव की प्राप्ति होती है.