मुरैना। 5वीं बटालियन में उस समय हड़कंप मच गया जब यहां पदस्थ महिला एएसआई सुबह वीआईपी रोड पर बने डिवाडर में बेहोशी की हालत मिली. रातभर महिला एएसआई सड़क के बीच बने डिवाइडर में बेहोशी हालत में पड़ी रहीं, जब सुबह के समय मॉर्निंग वॉक पर निकले लोगों ने महिला एएसआई को संदिग्ध हालात में देखा, तो इसकी सूचना कोतवाली थाना पुलिस को दी. पुलिस ने उन्हें तुरन्त इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया. इलाज के बाद होश में आई महिला एएसआई ने पूछताछ में अपना नाम अरुणा पटले बताया.
डिवाइडर के बीच बेहोश मिलीं महिला ASI, ग्वालियर किया रेफर - मुरैना समाचार
महिला एएसआई वीआईपी रोड पर बने डिवाडर में बेहोशी की हालत मिली, जिसके बाद पुलिस ने एएसआई को इलाज के लिए जिला अस्पताल में भर्ती कराया. फिलहाल, एएसआई के स्वस्थ होने तक मामले की जांच रुकी हुई है
लिपिक के पद पर तैनात हैं एएसआई
बता दें कि महिला बटालियन में लिपिक के पद पर पदस्थ है. पहले माना जा रहा था, कि शाम को ऑफिस से निकलने के बाद वो घर आ रही होगी, तब कोई हादसा हुआ होगा, लेकिन महिला एएसआई की स्कूटी या कोई वाहन वहां नहीं मिला. महिला रातभर इसी हालत में डिवाइडर के बीच पड़ी रही. उनके शरीर पर छिलने वह हल्की चोट के निशान भी हैं और पूरे कपड़े धूल और मिट्टी से सने हुए हैं. बताया जा रहा है कि सूचना मिलने के बाद मुरैना पहुंचे परिजन महिला को इलाज के लिए ग्वालियर अस्पताल ले गए हैं.
अभी तक नहीं दिया कोई स्टेटमेंट
पुलिस के अनुसार, महिला एएसआई ने अभी तक अपना कोई स्टेटमेंट नहीं दिया है कि उसके साथ क्या घटना हुई है. जब तक कि वो कुछ नहीं बताती तब तक पुलिस की जांच आगे नही बढ़ सकती. वहीं, महिला एएसआई का मोबाइल भी गायब है, जिसको सर्वेलायन्स पर डाल दिया है.
शरीर में किसी जहरीले पदार्थ की पुष्टि नहीं
पुलिस की छानबीन में सामने आया है कि महूरानीपुर की रहने वाली एएसआई अरुणा पटले के पति का निधन हो चुका है. पति की जगह पर ही उसे अनुकंपा नौकरी मिली है. पुलिस की जांच में सामने आया है कि महिला का परिवार में ही कुछ विवाद चल रहा है. शायद इसलिए कुछ बताने तैयार नहीं. पहले पुलिस को संदेह हुआ कि महिला एएसआई ने कोई जहरीली चीज खाई है या फिर किसी ने कुछ खिलाया है. इसकी पुष्टि के लिए डाॅक्टरों ने महिला को उल्टियां कराई, लेकिन उनके शरीर में किसी जहरीले पदार्थ की पुष्टि नहीं हुई.
एएसआई अरुणा पटले की हालत को देखते हुए सबसे पहले किसी वाहन से एक्सीडेंट होना माना जा रहा था, लेकिन लोगों का कहना ये भी है कि कोई वाहन सड़क चलते किसी को टक्कर मारता तो वो व्यक्ति सड़क पर पड़ा हुआ मिलता ना कि डिवाडर के अंदर. फिलहाल, जब तक महिला एएसआई पुलिस को कुछ नहीं बताती है तब तक मामला नहीं सुलझ सकेगा.