मुरैना। पहाड़गढ़ क्षेत्र के गैपरा गांव में श्मशान घाट नहीं होने से ग्रामीणों को परेशान का सामना करना पड़ रहा है. टीन शेड नहीं होने से ग्रामीणों को बारिश के मौसम में तिरपाल डालकर अंतिम संस्कार करना पड़ रहा है. अपनी समस्या को लेकर ग्रामीण सरपंच से लेकर सांसद तक से शिकायत कर चुके हैं लेकिन आज तक समस्या का कोई हल नहीं निकल पाया है.
तिरपाल लगाकर करना पड़ता है अंतिम संस्कार
सोमवार को गैपरा में रहने वाली 75 साल की गौरा गौड़ का निधन हो गया. परिवार वाले शव को लेकर अंतिम संस्कार करने पहुंचे तो बारिश शुरू हो गई. इसके बाद चिता के ऊपर तिरपाल तानकर अंतिम संस्कार किया गया.
बारिश में तिरपाल लगाकर किया जाता है अंतिम संस्कार आज तक नहीं हुआ समस्या का निराकरण
गैपरा गांव जौरा तहसील से सिर्फ 7 किलोमीटर की दूरी पर है. पंचायत का मुक्तिधाम सरकारी जमीन पर आरक्षित है, लेकिन आज तक यहां मुक्तिधाम पर टीन शेड नहीं बन पाया. गैपरा गांव के निवासी विधायक, सांसद तक सभी जनप्रतिनिधि तक अपनी समस्या पहुंचा चुके हैं, लेकिन आज तक उनकी समस्या का निराकरण नहीं हो पाया है.
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डेढ़ करोड़ का प्रस्ताव भेजा, नहीं लगी मुहर
इस मामले में गैपरा ग्राम पंचायत के सचिव नरेन्द्र सिंह तोमर का कहना है कि टीन शेड लगाने के लिए डेढ़ करोड़ का प्रस्ताव शासन को भेजा जा चुका है लेकिन अभी तक प्रस्ताव पर मुहर नहीं लगी है. इसके अलावा क्षेत्रीय विधायक ने 3 महीने पहले गांव में हैंडपंप लगाने का आश्वासन दिया था, वह भी आज तक पूरा नहीं हो पाया है.